कशमल तस्करों के लिए रातभर बैठाया पहरा, नहीं चढ़े हत्थे
चंबा में पुखरी के पास रात्री गश्त के दौरान गाड़ी की चेकिंग करती वन विभाग की टीम
चंबा। मसरूंड रेंज में कशमल पेड़ की जड़ों के अवैध दोहन की शिकायतें मिलने पर वन विभाग की टीम ने पूरे क्षेत्र में नाकाबंदी कर रखी है। शुक्रवार को जहां सुबह से लेकर शाम तक वन विभाग की टीम जंगलों में निरीक्षण करती रही तो वहीं रातभर वन विभाग की टीमें विभिन्न स्थानों पर नाकेबंदी करके कशमल की तस्करी पर नजर रखती हुई दिखीं। वन विभाग के कर्मचारियों के साथ मुख्य वन अरण्यपाल भी रात को इन इलाकों में नाकाबंदी में दिखे।
इस दौरान चेकिंग की गई कि कशमल की जड़ों को अंधेरे में कहीं ले जाया तो नहीं जा रहा है। रातभर नाकेबंदी करने के बाद भी वहां कोई कशमल तस्कर उनके हाथ नहीं चढ़ा। हालांकि, कुछ लोग बार-बार सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल रहे थे कि मसरूंड रेंज से दिन-रात को कशमल की जड़ों की गाड़ियां रवाना हो रही हैं लेकिन, दो दिन से वन विभाग की टीम ने मसरूंड सहित अन्य इलाकों में नाकाबंदी कर रखी है। खव्वाली, झुलाड़ा, मसरूंड और कैंथली सहित अन्य जगह रात को रैपिड रिस्पांस टीम के सदस्यों ने निरीक्षण किया। टीम की अगुवाई स्वयं मुख्य वन अरण्यपाल अभिलाष दामोदरन ने की। भरमौर-पठानकोट हाईवे पर तुन्नूहट्टी में वन विभाग की चेकपोस्ट पर भी वन विभाग की टीम तैनात कर दी गई है। मुख्य वन अरण्यपाल ने बताया कि मसरूंड में दो जनवरी से कशमल के दोहन पर पाबंदी लगा दी है। वन भूमि सहित निजी भूमि से जो भी कशमल की जड़ों को निकालता हुआ मिला तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।