कसाैली गैंगरेप मामला: उठने लगे सवाल, एक महीने में गिरफ्तारी क्यों नहीं? पुलिस को कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले
हिमाचल प्रदेश के कसौली के होटल में हुए गैंगरेप के बाद अब पुलिस के कार्य प्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं।
हिमाचल प्रदेश के कसौली के होटल में हुए गैंगरेप के बाद अब पुलिस के कार्य प्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं। एक माह पहले पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज किया था। इसके बावजूद अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है। सूत्रों का कहना है कि पुलिस महिला को निशानदेही के लिए होटल में भी लाई थी। यहां महिला से निरीक्षण भी करवाया। इस दौरान होटल के कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई।
बताया जा रहा है कि होटल से वारदात के समय का रिकॉर्ड भी पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। सीसीटीवी का पुराना रिकॉर्ड लेने में भी पुलिस को परेशानी हो रही है। मगर आरोपियों के अभी तक गिरफ्तार न होने पर सवाल उठने लगे हैं। आरोपी भाजपा के नेता हैं तो क्या कहीं पुलिस पर कोई दबाव तो नहीं है, इस पर भी चर्चाएं हो रही हैं। वहीं दूसरी और बताया जा रहा है कि अभी तक पुलिस को कोई पुख्ता सबूत नहीं मिल पाए हैं। मामला डेढ़ साल पुराना है इसलिए पुलिस को अब जांच करने में भी दिक्कत हो रही है।
रॉकी ने विधानसभा चुनाव से 10 दिन पहले थामा था कांग्रेस का हाथ
कसौली थाने में गैंगरेप केस में नामजद प्रदेश सरकार के पूर्व पब्लिसिटी एडवाइजर रॉकी मित्तल ने वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रचार में गाना गाने शुरू किए थे। इसके बाद केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल से दूरियां बढ़ने के बाद भाजपा में वह असहज महसूस कर रहे थे।