काँगड़ा एयरपोर्ट : विस्तार से पहले भू-अधिग्रहण प्रक्रिया जारी, 40 फीसदी को मिल चुका है मुआवजा
मुआवजा देने के बाद भूमि पर कब्जा करेगा पर्यटन विभाग
प्रदेश की बड़ी एवं महत्त्वाकांक्षी परियोजना कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की जद में आने वाले प्रभावितों को मुआवजा राशि देने के बाद संबंधित भूमि पर काम करने से पहले पर्यटन विभाग कब्जा लेगा। अब तक करीब 40 फीसदी भूमि के मालिकों को प्रभावित राशि देने के बाद भूमि सरकार के नाम हो चुकी है। अब तक प्रशासन ने करीब 300 करोड़ रुपए प्रभावितों को बांट दिए हैं। यह जानकारी एयरपोर्ट विस्तारीकरण प्रोजेक्ट के भू-अर्जन अधिकारी ने दी। उन्होंने बताया लोगों की कसेंट मिलने के बाद प्रभावितों को राशि दी जा रही है। बता दें कि सीएम सुक्खू ने सत्ता में आते ही कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाने का ऐलान किया था। इसलिए भी एयरपोर्ट विस्तारीकण की प्रक्रिया को तेज किया जा रहा है, क्योंकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने से जहां सैलानियों की आमद में इजाफा होगा, तो फ्लाइट्स की संख्या भी बढ़ेगी। ऐसे में स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
एयरपोर्ट विस्तारीकरण के लिए 14 गांवों से करीब 1,200 परिवारों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। अधिग्रहण के लिए सरकार ने 14 गांवों की सरकारी और निजी करीब 147 हेक्टेयर (करीब 3847 कनाल) जमीन चिह्नित की है। इसमें 123 हेक्टेयर निजी और 24 हेक्टेयर सरकारी भूमि चिह्नित की गई है। इस विस्तारीकरण की जद में करीब 938 मकान और 594 के करीब दुकानें हैं, जो एयरपोर्ट की जद में आएंगे। विस्तारीकरण की जद में विधानसभा क्षेत्र कांगड़ा के तहत बाग, बल्ला, बरस्वालकड़, भेड़ी, ढुगियारी खास, गगल खास, झिकली इच्छी, मुगरेहड़, सहौड़ा और सनौरा गांव आएंगे। शाहपुर विस क्षेत्र के रछियालु, जुगेहड़, भड़ोत और कियोड़ी गांव इसकी जद में आएंगे