काँगड़ा एयरपोर्ट विस्थापितों को अब इस फार्मूले से बंटेगा पैसा
अब केसीसी-निजी बैंक के माध्यम से दिया जाएगा कांगड़ा एयरपोर्ट प्रभावितों को मुआवजा
पर्यटन व सुरक्षा की दृष्टि से महत्त्पूर्ण कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की जद में आने वाले प्रभावितों को अब केसीसी बैंक और निजी बैंकों के माध्यम से मुआवजा राशि वितरित की जाएगी। इसके लिए प्रशासन ने 60:40 का फार्मूला तय किया है। यानी कांगड़ा एयरपोर्ट विस्थापितों के लिए जितनी भी मुआवजा राशि आएगी, वह 60:40 के अनुपात के तहत बैंकों के माध्यम से दी जाएगी। इसी के तहत कांगड़ा बैंक को 50 करोड़ रुपए वितरण के लिए वापस दिए गए हैं। नए फार्मुले के तहत प्रदेश के सरकारी बैंक केसीसी के जरिए 60 और निजी बैंक के माध्यम से 40 फीसदी का भुगतान किया जाएगा। हालांकि इससे पहले प्रशासन ने पूरी राशि केसीसी बैंक से निकालकर एक निजी बैंक के खाते में ट्रांसफर कर दी थी।
मामला उजागर होते ही प्रशासन ने केसीसी बैंक के खाते में 50 करोड़ डाल दिए हैं, लेकिन बैंक प्रबंधन व कर्मचारी अब 60:40 के फार्मूले को भी लोग सही नहीं मान रहे हैं। उनका कहना है कि आखिर प्रशासन प्रदेश के सरकारी बैंक को छोडक़र निजी बैंक को इतनी तवज्जो क्यों दे रहा है। केसीसी बैंक हिमाचल का अपना बैंक है और हिमाचल के हजारों लोग इसके ग्राहक हंै, तो प्रशासन क्यों सरकारी बैंक को दरकिनार करने पर तुला है। कांगड़ा एयरपोर्ट विस्तारीकरण बड़ा प्रोजेक्ट है। इसके लिए प्रभावितों को करीब 4000 करोड़ से अधिक का मुआवजा दिया जाना है। एयरपोर्ट विस्तारीकरण से कांगड़ा के ही लोग प्रभावित हो रहे हैं, तो प्रदेश सरकार अपने सरकारी बैंक को महत्ता देनी चाहिए, लेकिन निजी बैंक की सहभागिता ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर प्रश्रचिन्ह खड़े कर दिए हैं।