गगरेट में ठंडा पड़ा इथेनाल प्लांट का काम, 500 करोड़ से होना था निर्माण, एक ईंट तक नहीं लगी
जीतपुर बेहड़ी में 500 करोड़ से होना था निर्माण, एक ईंट तक नहीं लगी
औद्योगिक क्षेत्र जीतपुर बेहड़ी में स्थापित होने वाला हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड का इथेनाल प्लांट अनिश्चितता की धुंध में खोकर रह गया है। 500 करोड़ रुपए के इस प्लांट में प्रदेश सरकार की भी 250 करोड़ रुपए निवेश करने की योजना थी। इसके लिए बाकायदा भूमि का चयन कर भूमि एचपीसीएल के नाम हस्तांतरित हुई, तो इथेनाल प्लांट के लिए बेहतर रोड कनेक्टिविटी व रेलवे लाइन पहुंचाने के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को मंजूरी प्रदान करने के लिए केस तैयार कर प्रदेश सरकार को भेजा गया, लेकिन इतनी एक्सरसाइज करने के बाद भी इथेनाल प्लांट की स्थापना के लिए पहली ईंट लगना तो दूर की बात बल्कि अब इस प्रोजेक्ट का क्या बना यह भी कोई बताने को तैयार नहीं है।
इथेनाल प्लांट के नाम भूमि हस्तांतरित करने से लेकर इस प्लांट के लिए रोड कनेक्टिविटी व रेलवे लाइन पहुंचाने के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को सिरे चढ़ाने के लिए उपायुक्त सहित उद्योग विभाग के निदेशक तक के अधिकारियों ने यहां का दौरा किया। उद्योग विभाग द्वारा प्रदेश सरकार के इस प्रोजेक्ट में दिलचस्पी दिखाने पर जीतपुर बेहड़ी में भूमि भी एचपीसीएल के नाम हस्तांतरित कर दी गई, जबकि एचपीसीएल के लिए आवासीय कालोनी विकसित करने के लिए भी भूमि की खोज शुरू हुई। लेकिन इथेनाल प्लांट का निर्माण कार्य शुरू होना, तो दूर की बात बल्कि अन्य प्रयास भी अब धूमिल होने लगे हैं।
भूमि अधिग्रहण का केस पेंडिंग
उद्योग विभाग के संयुक्त निदेशक अंशुल धीमान का कहना है कि उद्योग विभाग ने इथेनाल प्लांट के लिए भूमि एचपीसीएल के नाम हस्तांतरित कर दी थी