चंबा में भाजपा का प्रदर्शन
कांग्रेस सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ रैली निकाल खोला मोर्चा
जिला भाजपा चंबा ने शनिवार को प्रदेश की कांग्रेस सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ मुख्यालय में अक्रोश रैली निकालकर जोरदार हल्ला बोला। स्थानीय परिधि गृह परिसर से कांग्रेस सरकार विरोधी नारों के बीच आरंभ रैली ने पूरे बाजार की परिक्रमा की। इस प्रदर्शन की अगुवाई कांगड़ा-चंबा के सांसद डाक्टर राजीव भारद्वाज और चंबा-कांगड़ा जिला प्रभारी एवं विधायक विपिन सिंह परमार ने की। इस मौके पर डलहौजी के विधायक डीएस ठाकुर, भरमौर के विधायक डा. जनकराज, पूर्व सदर विधायक पवन नैयर, भटियात के पूर्व विधायक विक्रम जर्याल, नगर परिषद चंबा की अध्यक्ष नीलम नैयर और जिला भाजपा प्रधान धीरज नर्याल विशेष तौर से उपस्थित रहे। विपिन सिंह परमार ने सवाल उठाया कि कांग्रेस सरकार ग्यारह दिसंबर को बिलासपुर में किस बात का जश्न मना रही है।
उन्होंने कहा कि सुक्खु सरकार ने चुनावों के दौरान लोगों को दस झूठी गारंटियां देकर सत्ता हासिल की थी। मगर बडे खेद का विषय है कि दो वर्ष बीत जाने के बाद भी कोई गारंटी पूरी नहीं की है। उन्होंने कहा कि आर्थिक तंगहाली का रोना रोने वाली सुक्खु सरकार जनता पर टैक्सों का बोझ डाली है। इसके विपरीत सरकार अपने मित्रों पर दिल खोलकर पैसा लूटा रही है। उन्होंने कहा कि सुक्खु सरकार मित्रों की सरकार बन रह गई है। पिछले दो वर्षो के दौरान सुक्खु सरकार ने अनलिमिट लोन लेकर प्रदेश को आर्थिक बोझ के तले दबा दिया है उन्होंने कहा कि बिलासुपर के जश्न को लेकर सरकारी तंत्र के दुरूपयोग की बातें भी सामने आ रही हैं। पंचायती राज विभाग को लाभार्थियों को बिलासपुर लाने के निर्देश देकर भीड़ जुटाने का प्रयास भी किया जा रहा है। अगर सरकार आर्थिक तंगहाली के दौर से गुजर रही है तो जश्न मनाने को पैसा कहां से खर्च किया जा रहा है।
विपिन सिंह परमार ने कार्यकताओं में भरा जोश
विपिन सिंह परमार ने कहा कि सुक्खु सरकार की इन कारागुजारियों के चलते प्रदेश की जनता अब खुद को ठगा महसूस कर रही है। कांगडा-चंबा के सांसद डा. राजीव भारद्वाज ने भी प्रदेश की सुक्खु सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सुक्खु सरकार जनादेश हासिल कर अपनी गारंटियों को भूला बैठी है। उन्होंने कहा कि गारंटियां पूरा करना तो दूर पुरानी योजनाओं में जमा-जोड कर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। इस प्रदर्शन में भाजपा के विभिन्न मंडलों, मोरचों व प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों के अलावा काफी तादाद में भाजपाई मौजूद रहे।
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