जहां कांग्रेस नेता भाजपा में आए, वहीं मंडल चुनाव फंसे
प्रदेश भर में चुने गए 19 अन्य मंडल अध्यक्ष; अब भी 11 बाकी, कुटलैहड़, हमीरपुर, सुजानपुर, गगरेट और देहरा में विवाद
कांग्रेस पार्टी से भाजपा में आए नेताओं के चुनाव क्षेत्र में भाजपा के मंडल अध्यक्ष ही नहीं चुने जा रहे। राज्यसभा चुनाव की क्रॉस वोटिंग के बाद पार्टी में हुई इस एंट्री के कारण संगठन चुनाव फंस गए हैं। जिन चुनाव क्षेत्र में मंडल चुनाव नहीं हुए हैं, उनमें हमीरपुर, सुजानपुर, गगरेट, कुटलैहड़ और देहरा शामिल हैं। कुटलैहड़ और गगरेट में बुधवार को भी चुनाव थे, जिन्हें आखिरी वक्त पर टालना पड़ा। इन विधानसभा क्षेत्रों से आशीष शर्मा, राजेंद्र राणा, देवेंद्र भुट्टो, चैतन्य शर्मा और होशियार सिंह पार्टी में आए थे। इन सबमें देहरा का मामला सबसे ज्यादा पेचीदा हो गया है। मंडल चुनाव में अपनी अनदेखी की शिकायत को लेकर यह सभी नेता राष्ट्रीय भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से दिल्ली में मिले थे। उसके बाद से भाजपा का राज्य नेतृत्व भी एक तरफा फैसला नहीं ले पा रहा है। हालांकि हिमाचल भाजपा ने बुधवार को 19 और मंडलों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है।
हिमाचल प्रदेश चुनाव अधिकारी, सांसद एवं प्रदेश उपाध्यक्ष डा. राजीव भारद्वाज ने इस बारे में सूची जारी कर दी है। कुल 171 मंडलों में से अब तक 160 मंडलों में अध्यक्षों की तैनाती हो चुकी है। शेष मंडल अध्यक्षों की नियुक्तियां भी आने वाले दिनों में हो जाएगी। बुधवार को निर्वाचित हुए मंडल अध्यक्षों में मेल से शाम लाल, पंचरुखी से ऊषा राणा, आलमपुर से हनुमंत प्रसाद शर्मा, बैजनाथ अप्पर सुरेंद्र कपूर, बैजनाथ लोअर सुरेंद्र राणा, धारकंडी अशोक वशिष्ठ, कुल्लू सदर श्रवण ठाकुर, हरोली खास अनीता जसवाल, हरोली बीत से अशोक छेत्रा, रोहडू विजय मेहता, छोहारा से आशा