जॉर्ज सोरोस से जुड़ी संस्थाओं पर ED का ऐक्शन, बेंगलुरु में मारे ताबड़तोड़ छापे; क्या हैं
आरोप है कि इन कंपनियों ने जॉर्ज सोरोस की संस्था के माध्यम से फॉरेन एक्सचेंज की गड़बड़ी की है। जॉर्ज सोरोस पर भाजपा आरोप लगाती रही है कि वह भारत विरोधी नैरेटिव के लिए
भारत में सरकार के खिलाफ जनमत तैयार करने के लिए फंडिंग के आरोपों से घिरे कारोबारी जॉर्ज सोरोस से जुड़ी संस्था पर ईडी ने छापेमारी की है। मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने ओपन सोसायटी फाउंडेशन से जुड़े लोगों पर छापेमारी की। इसके अलावा OSF से जुड़ी कुछ अन्य कंपनियों पर भी रेड मारी गई है। आरोप है कि इन कंपनियों ने जॉर्ज सोरोस की संस्था के माध्यम से फॉरेन एक्सचेंज की गड़बड़ी की है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार एमनेस्टी इंटरनेशनल के पूर्व कर्मचारियों के ठिकानों पर यह रेड मारी गई है। एमनेस्टी इंटरनेशनल पर भारत में कामकाज करने पर दिसंबर 2020 में रोक लगा दी गई थी। इसके अलावा उसके बैंक खातों को भी सरकार ने सीज करने का आदेश दिया था क्योंकि अवैध रूप से विदेशी फंडिंग हासिल करने का आरोप था।
आरोप है कि ह्यूमन राइट्स वॉच और एमनेस्टी इंटरनेशनल को जॉर्ज सोरोस के ओपन सोसायटी फाउंडेशन से फंडिंग मिलती रही है। एमनेस्टी इंटरनेशनल के खिलाफ सीबीआई और ईडी जांच कर चुकी हैं और चार्जशीट भी दाखिल की गई थी। हंगरी मूल के अमेरिकी कारोबारी जॉर्ज सोरोस पर भाजपा आरोप लगाती रही है कि वह भारत विरोधी नैरेटिव के लिए फंडिंग करते रहे हैं। जॉर्ज सोरोस की एक संस्था के कार्यक्रम से सोनिया गांधी का लिंक बताते हुए कांग्रेस पर भी भाजपा ने तीखा हमला बोला था।
एक ही साल में हो गई 4 लाख डॉलर से ज्यादा की फंडिंग
जानकारी के अनुसार ओपन सोसायटी फाउंडेशन की ओर से ह्यूमन राउट्स, न्याय और जवाबदेह सरकार जैसे एजेंडों के नाम पर फंडिंग की जाती रही है। जॉर्ज सोरोस की संस्थाओं ने भारत में अकेले 2021 में ही 4 लाख डॉलर से ज्यादा की रकम खर्च की थी। सूत्रों ने बताया कि विदेशी मुद्रा विनिमय के तहत ओएसएफ और कुछ अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों के परिसरों की तलाशी ली जा रही है। उन्होंने कहा कि यह मामला ओएसएफ द्वारा कथित रूप से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) प्राप्त करने और कुछ लाभार्थियों द्वारा FEMA दिशा-निर्देशों का कथित उल्लंघन कर फंड्स का उपयोग किए जाने से संबंधित है।
अब तक नहीं आया जॉर्ज सोरोस का कोई जवाब
ईडी की कार्रवाई पर ओएसएफ की तरफ से फिलहाल कोई रिएक्शन नहीं आया है। हंगरी-अमेरिकी राजनीतिक कार्यकर्ता सोरोस और उसके संगठन ओएसएफ पर सत्तारूढ़ भाजपा ने भारत के हितों के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया है। अडानी-हिंडनबर्ग विवाद के दौरान उनके बयानों की भी पार्टी ने आलोचना की थी। ओएसएफ ने 1999 में भारत में संचालन शुरू किया था। भारत के अलावा चीन, रूस जैसे देशों में भी सरकारों को अस्थिर करने के मकसद से जॉर्ज सोरोस फंडिंग देने के लिए कुख्यात रहे हैं।