पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक श्री गुलाब चंद कटारिया ने मकर संक्रांति पर 60 बसों को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना।
2026-27 तक सीटीयू का लक्ष्य 100% इलेक्ट्रिक बसों का बेड़ा बनाना: राज्यपाल।
सभी कर्मचारियों के लिए एक ही बैंक में खाता खोलने की अपील।
चंडीगढ़, 14, जनवरी,2025,पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक श्री गुलाब चंद कटारिया ने आज मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (सीटीयू) के बेड़े में 60 नई बसों को शामिल करते हुए इन्हें हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति जैसे पावन दिन पर इस पहल की शुरुआत करना और भी विशेष है। यह चंडीगढ़ के सार्वजनिक परिवहन को और अधिक सशक्त और आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
राज्यपाल ने बताया कि सीटीयू ने पर्यावरण के अनुकूल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए बड़ी पहल की है। उन्होंने घोषणा की कि चंडीगढ़ प्रशासन का लक्ष्य है कि 2026-27 तक सीटीयू का बेड़ा 100% इलेक्ट्रिक बसों का बन जाए। इससे न केवल डीजल की खपत में कमी आएगी, बल्कि वायु प्रदूषण में भी महत्वपूर्ण सुधार होगा। इस दिशा में प्रशासन पहले ही 80 इलेक्ट्रिक बसों को बेड़े में शामिल कर चुका है, जिससे 29.81 लाख लीटर डीजल की बचत और 7,872 मीट्रिक टन कार्बन उत्सर्जन में कमी हुई है। पीएम ई-बस योजना के तहत, 100 और इलेक्ट्रिक बसों को जल्द ही शामिल किया जाएगा।
नए शामिल किए गए 60 बसें आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। इनमें इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम (आईटीएस), स्मार्ट कार्ड सुविधा और ट्राई-सिटी मोबाइल ऐप जैसी तकनीकें शामिल हैं। ये सुविधाएं यात्रियों को बस की लाइव लोकेशन, समय और किराए की जानकारी प्रदान करेंगी, जिससे यात्रा को सुगम और सुविधाजनक बनाया जा सकेगा।
इस अवसर पर राज्यपाल ने सीटीयू कर्मचारियों को भी संबोधित किया और सुझाव दिया कि सभी कर्मचारी एक ही बैंक में खाता खोलें। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से न केवल कर्मचारियों को बेहतर बीमा सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि विभाग पर प्रशासनिक कार्यभार भी कम होगा। उन्होंने यह भी कहा कि इससे कर्मचारियों की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
सीटीयू के इस बेड़े विस्तार के साथ अब इसमें कुल 684 बसें हो गई हैं। इनमें शहरी और उप-शहरी सेवाओं के लिए 438 बसें तैनात हैं, जबकि 220 बसें लंबी दूरी के रूट पर संचालित होंगी। इन नई बसों में इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम (आईटीएस), स्मार्ट कार्ड सुविधा और ट्राई-सिटी मोबाइल ऐप जैसी आधुनिक तकनीकें शामिल हैं, जिससे यात्रियों को बस की लोकेशन, समय और किराए की जानकारी आसानी से प्राप्त होगी।
राज्यपाल ने चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग को राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए बधाई देते हुए इसे प्रशासन के कुशल प्रबंधन का परिणाम बताया। उन्होंने नागरिकों से अधिक से अधिक सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने की अपील करते हुए कहा कि यह कदम पर्यावरण संरक्षण और यातायात प्रबंधन में भी मददगार होगा।
इस अवसर पर राज्यपाल के साथ चंडीगढ़ प्रशासन के प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें मुख्य सचिव श्री राजीव वर्मा, सचिव परिवहन श्री अजय चगती, परिवहन निदेशक श्री प्रद्युमन सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। उन्होंने कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करने के लिए इन अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की।