प्रदेश के बैंकों में पड़े सरकारी पैसे की जांच करवाएगी सुक्खू सरकार पढें पूरी जानकारी
विभागों ने ट्रेजरी ने निकाला पैसा; योजनाओं पर रकम खर्च न होने से बैंकों में करवाया जमा, वित्त महकमा खंगाल रहा सभी की डिटेल
संसाधन जुटाने में जुटी हिमाचल की सुक्खू सरकार ने एक और बड़ा काम किया है। प्रदेश में मौजूद विभिन्न बैंकों में विभागीय योजनाओं के तहत जो पैसा अन यूटिलाइज्ड पड़ा है यानी जिस पैसे को खर्च नहीं किया जा सका है उस पैसे की पड़ताल शुरू की है। ऐसा करोड़ों रुपए बैंकों में है, जिसे विभाग खर्च नहीं कर पाए हैं। यह मामला मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के ध्यान में आया जिस पर उन्होंने वित्त एवं योजना विभाग को निर्देश दिए हैं। अहम बात है कि वित्त एवं योजना विभाग ने इस पर सभी विभागों को पत्र लिखा है और उनसे पूछा है कि वह अपने इस तरह के पैसे की जानकारी दें जो ट्रेजरी से निकाल लिया गया, लेकिन बैंकों में पड़ा है और खर्च नहीं हो सका है। इसमें एक बड़ा खुलासा भी हुआ है। सूत्रों की मानें तो प्रदेश के शिक्षा विभाग के तहत आने वाले उच्च शिक्षा निदेशालय का लगभग एक हजार करोड़ रुपए बैंकों में अन यूटिलाइज्ड पड़ा है। इतना ही नहीं, प्रारंभिक शिक्षा विभाग के पास भी ऐसा 100 करोड़ पड़ा है। अभी इन दोनों की जानकारी वित्त विभाग को मिल गई है।
सरकार नए सिरे से करेगी प्रयोग
सभी विभाग ऐसी धनराशि को खंगालन में जुटे हंै, जिस पर वित्त विभाग सख्त है। सभी विभागों को सख्त आदेश हैं कि वो जल्द से जल्द इसकी पूरी जानकारी दे। इससे आने वाले समय में सरकार को एक राहत मिल सकती है। यह पैसा ट्रेजरी से निकाल लिया गया है और बैंकों में अलग-अलग शेप में पड़ा है। कहीं इसकी एफडी बनाई गई है, तो कहीं किसी अन्य योजना के तहत पैसा बैंक में रखा गया है। क्योंकि जिस योजना के लिए पैसा दिया गया