बजट 2025 आयकर में खिला फूल वसंत, क्या हुआ महंगा, क्या हुआ सस्ता, जानिए पूरी डिटेल
56.65 लाख करोड़ के बजट में विकास के साथ आम आदमी का भी खास ख्याल
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को वित्त वर्ष 2025-26 का आम बजट पेश करते हुए मिडल क्लास को उम्मीदों से भी बड़ा तोहफा दिया है। वित्त मंत्री ने बजट में नौकरीपेशा के लिए 12.75 लाख तक की आय टैक्स फ्री कर मध्यम वर्ग को साधा और दिल्ली को भी, जहां पांच फरवरी को वोटिंग है। इस ऐलान को देश की राजधानी के 67 फीसदी मिडल क्लास से जोडक़र देखा जा रहा है। वर्ष 2014 से नरेंद्र मोदी सरकार के तहत लगातार 14वां बजट और अपना आठवां बजट पेश करते हुए श्रीमती सीतारमण ने कहा कि यह केंद्रीय बजट विकास को गति देने और समावेशी विकास प्रदान करने के प्रयासों को जारी रखने वाला है। वित्त मंत्री ने कुल 56.65 लाख करोड़ रुपए का बजट पेश करते हुए कहा कि उधारियों के अलावा कुल प्राप्तियां 34.96 लाख करोड़ रुपए रहेंगी, जबकि निवल कर प्राप्तियां 28.37 लाख करोड़ रुपए रहने का अनुमान है। वित्त मंत्री ने कहा कि राजकोषीय घाटा जीडीपी का 4.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जबकि सकल बाजार उधारियां 14.82 लाख करोड़ रहने का अनुमान है। बजट में प्रावधान किया गया है कि बुजुर्गों को एफडी पर मिलने वाले एक लाख तक के ब्याज पर टीडीएस नहीं लगेगा। पहले यह लिमिट 50 हजार रुपए थी। इससे देश के 10 करोड़ से ज्यादा बुजुर्गों को फायदा होगा। इसके अलावा नेशनल सेविंग स्कीम खाते से 29 अगस्त, 2024 के बाद निकाली गई रकम को टैक्स के दायरे से बाहर कर दिया जाएगा। कृषि क्षेत्री की बात की जाए तो कम उत्पादकता वाले 100 जिलों में पीएम धन-धान्य कृषि योजना लागू की जाएगी। इसके तहत प्रोडक्शन बढ़ाया जाएगा। पंचायत लेवल पर स्टोरेज की व्यवस्था की जाएगी। इससे 1.7 करोड़ किसानों को फायदा होगा।