बिलासपुर सरकार के स्वागत को तैयार; केंद्रीय नेताओं के आने पर सस्पेंस, सुरक्षा का कड़ा पहरा
दो साल के कार्यक्रम में केंद्रीय नेताओं के आने पर सस्पेंस, सुरक्षा का कड़ा पहरा
प्रदेश सरकार के दो साल के जश्न के लिए बिलासपुर का भव्य मंच सजकर तैयार है। सफल आयोजन को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। जश्न में 1000 पुलिस कर्मियों का पहरा रहेगा। हवा और पानी हर जगह से कार्यक्रम पर पैनी नजर रखी जाएगी। फोर्स गोबिंदसागर झील में मोटर बोटों से भी हर गतिविधि पर नजर रखेगी। केंद्र स्तर के नेताओं को लेकर अभी तक तस्वीर साफ नहीं हो सकी है। रैली प्रभारी जगत सिंह नेगी ने कहा कि सेशन की वजह से अभी तक केंद्रीय नेताओं का दौरा फाइनल नहीं हुआ है, लेकिन हाइकमान से बड़े नेता जरूर आएंगे। श्री नेगी ने अधिकारियों के साथ लंबी बैठक की और तैयारियों को अंतिम रूप दिया। पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है और चप्पे-चप्पे पर कर्मियों की तैनाती कर दी है।
पुलिस अधीक्षक संदीप धवल खुद हर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक भी एक एक पहलू को बारीकी से देख रहे हैं। बिलासपुर की सुरक्षा का जिम्मा लगभग एक हजार पुलिस कर्मी संभालेंगे। पुलिस प्रशासन ने ट्रैफिक प्लान के साथ ही सिक्योरिटी को लेकर भी पुख्ता प्रबंध किए हैं। 15 राजपत्रित अधिकारी, 98 एनजीओ ग्रेड-एक, 180 हवलदार और 632 कांस्टेबल ड्यूटी पर 1000 जवान तैनात रहेंगे। समारोह स्थल 12 के करीब आधुनिक सीसीटीवी कैमरों से लैस होगा। डॉग स्क्वायड व बम निरोधक दस्ते के साथ ही एसडीआरएफ की टुकड़ी भी नियुक्त होगी। –
लुहणू मैदान में खड़ी होंगी 300 बसें
कालेज चौक से लुहणू के लिए सडक़ को वन-वे किया जाएगा। हमीरपुर, ऊना, कांगड़ा और घुमारवीं से आने वाली बसों को चांदपुर पुल से रेलवे लाइन के लिए बनाए अस्थायी मार्ग से लुहणू