रूसी टैंकर से तेल रिसाव, गंभीर समुद्री प्रदूषण; सूडान में अस्पताल पर हमला, 70 लोगों की मौत
दक्षिणी रूस में 15 दिसंबर 2024 को तूफानी मौसम के चलते दो रूसी जहाज, वोल्गोनेफ्ट-239 और वोल्गोनेफ्ट-212 टकरा गए थे। हादसे के बाद वोल्गोनेफ्ट-239 में भरा हुआ हजारों टन तेल केर्च जलडमरूमध्य में फैल गया था और तटीय क्षेत्रों को नुकसान पहुंचा। तेल रिसाव को रोकने के लिए आपातकालीन दल का गठन किया था। घटना के करीब डेढ़ महीने बाद, रूसी उप-प्रधानमंत्री विटाली सेवेलिएव ने शनिवार को बताया कि बचाव दल ने छह दिन के अभियान के दौरान वोल्गोनेफ्ट-239 में बचे हुए 1,488 टन तेल को सफलतापूर्वक बाहर निकाल लिया है। उन्होंने बताया कि वोल्गोनेफ्ट-239 की सफाई के बात अब उसे नष्ट किया जाएगा। जबकि, दूसरे टैंकर वोल्गोनेफ्ट के बारे में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस हादसे के बाद कहा था कि यह हालिया वर्षों में सामने आई सबसे गंभीर पर्यावरणीय चुनौती है। रूसी सरकार के मुताबिक, तेल रिसाव के कारण अब तक 173,000 टन से अधिक रेत और मिट्टी प्रदूषित हुई है।
सूडान में अस्पताल पर हमला, 70 लोगों की मौत
सूडान के शहर अल फशर में अस्पताल पर हुए हमले में लगभग 70 लोग मारे गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेब्येयियस ने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में यह जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि सूडान के अल फशर में सऊदी अस्पताल पर भयावह हमले में 19 लोग घायल हो गए और 70 मरीजों और उनके साथियों की मौत हो गई। हमले के वक्त अस्पताल मरीजों से खचाखच भरा हुआ था। उन्होंने यह नहीं बताया कि हमला किसने किया। हालांकि स्थानीय अधिकारियों ने हमले के लिए विद्रोही रैपिड सपोर्ट फोर्स को दोषी ठहराया था।