उपलब्धियों से भरा साल 2024 : चुनौतियों से पाया पार, गांव-गांव जा रही सरकार
सीएम हर मोर्चे पर योद्धा की तरह लड़े; शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली क्षेत्र में किए अभूतपूर्व सुधार
उपलब्धियों से भरा साल 2024
हिमाचल के लिहाज से वर्ष 2024 कई मायनों में उतार-चढ़ाव भरा रहा। भाजपा के ऑपरेशन लोटस के लिए प्रदेश इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। हिमाचल में यह पहली बार हुआ जब जनता की चुनी हुई सरकार को गिराने की कोशिश की गई, लेकिन ये मंसूबे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उनकी टीम की रणनीति के आगे फेल हो गए। मुख्यमंत्री के लिए यह साल शुरुआत से ही चुनौतियों भरा रहा, जिनका उन्होंने डटकर मुकाबला किया और विधानसभा उपचुनाव में नौ में से छह सीटों पर विजय प्राप्त कर हिमाचल प्रदेश को विकास के पथ पर आगे ले जाने के लिए अनेक कदम उठाए। मुख्यमंत्री ने आर्थिक, राजनीतिक और प्राकृतिक आपदा जैसी तीन प्रमुख चुनौतियों का सामना किया। विरासत में मिली प्रदेश की खराब आर्थिक हालत के बीच भारतीय जनता पार्टी ने बजट सत्र के बीच फरवरी माह में एक चुनी हुई सरकार को गिराने के लिए ‘ऑपरेशन लोट्स’ शुरू किया, लेकिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को जनता का साथ मिला और कांग्रेस पार्टी के विधायकों की संख्या एक बार फिर 34 से 40 पहुंच गई। मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता को यह विश्वास दिलाने में कामयाब रहे कि भाजपा धनबल से जनबल को खरीदना चाहती है।
मुख्यमंत्री को लोगों का आशीर्वाद मिला और विपक्ष के अरमान आंसुओं में बह गए। मुख्यमंत्री सुक्खू ने भविष्य में विधायकों की खरीद फरोख्त को रोकने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाते हुए संविधान की 10वीं अनुसूची के तहत अयोग्य घोषित किए गए विधायकों की पेंशन बंद करने का कानून विधानसभा से पारित करवाया है।