केंद्र के कलस्टर डिवेलपमेंट प्रोजेक्ट को नहीं मिल रही एजेंसी, मार्च में लैप्स हो जाएंगे 50 करोड़ रुपए
एचपीएमसी के साथ भी नहीं बन सकी बात, मार्च में लैप्स हो जाएंगे 50 करोड़ रुपए
हिमाचल प्रदेश को केंद्र सरकार से मिला कलस्टर डिवेलपमेंट प्रोजेक्ट खटाई में पड़ गया है। केंद्र सरकार ने एक साल पहले यह प्रोजेक्ट हिमाचल को दिया था, लेकिन 50 करोड़ रुपए की इस परियोजना पर काम करने को कोई तैयार नहीं हुआ। सरकारी एजेंसी एचपीएमसी को यह प्रोजेक्ट देने की सोची गई थी मगर उसने भी इसमें हाथ नहीं डाला। आलम यह है कि इस साल भी इस प्रोजेक्ट पर काम नहीं हो सका, जिससे मार्च महीने में इस प्रोजेक्ट में मिलने वाला पैसा लैप्स हो जाएगा ऐसा माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार बागबानी मंत्री ने यह परियोजना किन्नौर जिला में चलाने की सोची थी मगर उसके लिए काम करने को कोई एजेंसी आज तक तैयार नहीं हो सकी है, क्योंकि बागबानी विभाग को यह प्रोजेक्ट मिला है और बागबानी मंत्री भी किन्नौर से हैं।
इसलिए वह चाहते हैं कि किन्नौर में इस प्रोजेक्ट को पूरा किया जाए और इसका काम एचपीएमसी करे मगर उसने भी यह प्रोजेक्ट नहीं लिया। पूर्व में चार बार टेंडर करने के बाद भी इस प्रोजेक्ट के लिए कोई कंपनी सामने नहीं आई थी। ऐसे में सरकारी एजेंसी को यह काम सौंपने की सोची गई थी। उससे भी काम नहीं करवाया जा सका क्योंकि उसके पास अपना काफी ज्यादा काम था। बिना इस्तेमाल के यूं ही पैसा लैप्स हो जाएगा, इसके लिए 50 करोड़ रुपए की राशि केंद्र की ओर से मिली है। बागबानी मंत्री ने अधिकारियों को इस प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाने के लिए कहा था मगर अभी भी इसमें कुछ नहीं हो सका है। ऐसे में अधिकारियों को फटकार लगनी तय है।