दिवाली पर पटाखे फोड़ने की समय सीमा तय, जान लीजिए नहीं तो हो…
पर्यावरण विभाग ने सिर्फ ग्रीन पटाखों के इस्तेमाल को कहा
प्रदेश सरकार ने जारी किए आदेश, गुरुपर्व-क्रिसमस-न्यू ईयर ईव के लिए 35 मिनट का समय
दीपावली पर पटाखे चलाने के लिए केवल दो घंटे का समय मिलेगा। यह समय सरकार ने निर्धारित कर दिया है। शनिवार को बाकायदा पर्यावरण विभाग की ओर से इसके आदेश जारी किए गए हैं, जिसमें कहा गया है कि दीपावली पर शाम आठ बजे से रात दस बजे तक ही पटाखे चलाए जा सकेंगे। इसके साथ केवल ग्रीन पटाखों को ही चलाने को कहा गया है। वहीं गुरुपर्व, क्रिसमस, न्यू ईयर ईव पर भी पटाखे चलाए जा सकते हैं, जिसके लिए भी समय निर्धारित किया गया है। गुरुपर्व का त्योहार 15 नवंबर को मनाया जाएगा और इस दिन आठ से 10 बजे तक पटाखे चलाए जा सकते हैं। क्रिसमस पर 24 व 25 दिसंबर को 11:55 से 12:30 बजे तक पटाखे चलाए जा सकते हैं, जिसके लिए कुल 35 मिनट का समय दिया जाएगा। इसके अलावा न्यू ईयर ईव पर 31 दिसंबर व पहली जनवरी को रात 11:55 बजे से 12:30 बजे तक 35 मिनट के लिए पटाखे चलाए जा सकते हैं।
पर्यावरण विभाग की ओर से जारी हुए आदेशों में साफ किया गया है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर एनजीटी ने यह आदेश सभी राज्यों के लिए पहले से दे रखे हैं, जिनका अनुसरण हिमाचल प्रदेश में भी किया जाएगा। केवल दीपावली के लिए दो घंटे का समय होगा। दीपावली के त्योहार पर हिमाचल प्रदेश के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक प्रदूषण न हो, इसलिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पहले ही आदेश जारी किए हैं, जिस पर सरकार ने पटाखे चलाने के लिए समय निर्धारित करना था। पर्यावरण विभाग को यह मामला भेजा गया था, जिसने समय निर्धारित कर दिया है। इससे पूर्व प्रदूषण बोर्ड ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों के अनुसार सभी जिलाधीशों व पुलिस अधीक्षकों के साथ बोर्ड के क्षेत्रिय अधिकारियों को गाइडलाइन जारी की है और यह कहा है कि पटाखे फोडऩे के लिए एक समय निर्धारित होगा जिसका अनुसरण सुनिश्चित किया जाए। अहम बात है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 24 अक्तूबर से मॉनिटरिंग शुरू करने को कहा है। दीपावली के दिन और इसके आसपास के दिनों में प्रदूषण की मात्रा बढ़ जाती है।
दीपावली से पहले मॉनिटरिंग
दीपावली से सात दिन पहले, दीपावली के दिन और इसके सात दिन बाद तक मॉनिटरिंग होगी। इस दौरान देखा जाएगा कि पर्यावरण में कितना ध्वनि प्रदूषण हुआ और एयर क्वालिटी इंडेक्स किस तरह का रहा। प्रदूषण बोर्ड ने अपने क्षेत्रिय अधिकारियों बद्दी, धर्मशाला, चंबा, बिलासपुर, मंडी, शिमला, परवाणू, पांवटा साहिब, रामपुर, हमीरपुर, ऊना व कुल्लू को विशेष तौर पर पत्र भेजा है। उनको कहा गया है कि वह अपने शहरी क्षेत्रों में मॉनिटरिंग करेंगे और हर दिन की रिपोर्ट मुख्यालय को दें। बाद में यह रिपोर्ट एनजीटी को भेजी जाएगी