पानी बिलों में बढ़ोतरी पर चंबा में प्रदर्शन
शहर में सामाजिक संगठनों ने निकाली आक्रोश रैली, डीसी को ज्ञापन सौंप मांगा एक्शन
चंबा रेजिडेंटस संघर्ष समिति की अगुवाई में विभिन्न सामाजिक संगठनों ने बुधवार को पेयजल बिलों में बढ़ोतरी के खिलाफ मुख्यालय में आक्रोश रैली निकाली। परिधि गृह परिसर के बाहर से नारेबाजी के बीच आरंभ हुई रैली उपायुक्त कार्यालय के पास जाकर समाप्त हुई। इसके उपरांत समिति की ओर से उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर इस बढ़ोतरी को वापस लेकर राहत प्रदान करने की गुहार लगाई है। इस प्रदर्शन की अगुवाई समिति के अध्यक्ष डा. डीके सोनी ने की। चंबा रेजिडेंटस समिति के अध्यक्ष डा. डीके सोनी ने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से पेयजल और सीवरेज के बिलों में अत्यधिक बढ़ोतरी कर दी गई है, इससे लोगों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ा है। उन्होंने कहा कि पेयजल बिल की राशि को 136 रुपए से बढ़ाकर 444 रुपए कर दिया गया है, जिससे लोगों में सरकार के प्रति काफी रोष है।
उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द इस बढ़ोतरी को वापस लिया जाए। अन्यथा शहर के लोग उग्र आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। अधिवक्ता जय सिंह ने पेयजल बिलों में बढ़ोतरी को सीधे तौर पर प्रदेश सरकार की तानाशाही करार दिया। उन्होंने कहा कि सत्ता सुख के चलते प्रदेश की सुक्खु सरकार एक के बाद एक जनविरोधी फैसले ले रहे हैं। इससे मंहगाई के दौर में जनता पर टैक्सों का बोझ थोपकर दिक्कतों का बढ़ाया जा रहा है। मगर सरकार की यह तानाशाही कतई सहन नहीं की जाएगी। पेयजल बिलों में बढ़ोतरी का फैसला वापस न होने की सूरत में आगामी दिनों में आम जनता को लामबंद कर एक बड़ा आंदोलन आरंभ किया जाएगा। इस मौके पर समिति के सदस्यों में वजीर सिंह यादव, लेखराज धीमान, लोकिंद्र शर्मा,