प्रारंभिक शिक्षा विभाग के आदेश; गैर शिक्षण कार्य न करें TGT, इंग्लिश, मैथ-साइंस में छात्रों के पिछडऩे पर एक्शन
प्रारंभिक शिक्षा विभाग के आदेश; मिड-डे मील, कल्चरल एक्टिविटी जैसे कार्यों से मिली छुट्टी
प्रदेश के स्कूलों में पिछली बोर्ड कक्षाओं और परख के लिए करवाए गए मॉक टेस्ट में तीन विषय में छात्रों की परफार्मेंस बेहतर नहीं रही है। खासकर मैथ्स, साइंस और अंग्रेजी विषय में छात्रों का रिजल्ट असंतोषजनक रहा है। इस स्थिति को देखते हुए अब प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने सभी जिलों के डिप्टी डायरेक्टर और स्कूल मुखियाओं को नए निर्देश जारी किए हैं। निर्देशों में कहा गया है कि स्कूलों में टीजीटी शिक्षक बच्चों की पढ़ाई पर सही ढंग से फोकस नहीं कर रहे। इस कारण इन तीन महत्त्वपूर्ण विषयों में बच्चे पिछड़ रहे हैं। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली की ओर से सभी जिलों को यह निर्देश जारी किए गए हैं कि जितने भी स्कूलों में टीजीटी मेडिकल, नॉन मेडिकल और आट्र्स के शिक्षक गैर शैक्षणिक कार्यों में भाग ले रहे हैं, उनसे वह ड्यूटी वापस ली जाएगी। इसमें खास तौर यह बताया गया है कि मिड-डे मील, स्कॉलरशिप जैसे कार्यों में टीजीटी शिक्षक अपनी सेवाएं नहीं देंगे।
इसके साथ ही किसी भी तरह की कल्चरल एक्टिविटी में भी यह शिक्षक यदि शामिल है, तो उनसे यह कार्यभार वापस लिया जाएगा। बच्चों की पढ़ाई पर टीजीटी शिक्षक पूरी तरह से फोकस कर सके, इसके लिए सभी तरह के गैर शिक्षण कार्य से उनकी ड्यूटियां हटाई जाएंगी, ताकि बच्चों की पढ़ाई पर वह शिक्षक पूरा फोकस कर सके। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि नॉन एकेडमिक एक्टिविटीज, जो की हाई स्कूलों और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में चल रही है, यदि उसके लिए जरूरी है, तो वह सारा काम मिनिस्ट्रियल स्टाफ लैब अटेंडेड और डीपीई सहित सी एंड वी शिक्षक