बजट पर तकरार, वर्तमान और पूर्व मुख्यमंत्री में आर-पार
जयराम ठाकुर का आरोप; विकास ठप, बजट में भी कटौती
राजेश मंढोत्रा — शिमला
विधानसभा में मंगलवार को बजट पर चर्चा की शुरुआत नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने की। उन्होंने कहा कि यह चरणबद्ध बजट किसी के समझ नहीं आ रहा है। अढ़ाई साल से विकास ठप है और अगले साल के लिए भी कैपिटल एक्सपेंडिचर बजट में काट दिया गया है। ऐसे में विकास के काम कैसे होंगे। जयराम ठाकुर ने कहा कि लोन को लेकर वर्तमान सरकार झूठा प्रचार कर रही है। सरकार का कहना है कि 17000 करोड़ लोन विरासत में मिला है। जयराम ठाकुर ने कहा कि जब वह मुख्यमंत्री बने थे, तो 50000 करोड़ पूर्व की कांग्रेस सरकारों का था।
कोई भी सरकार नो ड्यू सर्टिफिकेट देकर नहीं जाती, इसलिए पुरानी विरासत झेलनी पड़ती है। जयराम ठाकुर ने कहा कि जीएसटी कंपनसेशन और रेवेन्यू डेफिसिट ग्रांट को लेकर भी झूठा प्रचार हो रहा है। कांग्रेस ने सत्ता हथियाने के लिए झूठी गारंटीयां लोगों के सामने रखी। अब इन्हें पूरा करने के चक्कर में मध्यम वर्ग की कमर तोड़ी जा रही है। सरकार के तीसरे बजट में ग्रोथ भी सिर्फ 0.12 फीसदी है। जयराम ठाकुर ने कहा कि उन्होंने अपनी सरकार में कोरोना काल में भी सैलरी और पेंशन लेट नहीं की, लेकिन वर्तमान सरकार गैर जरूरी खर्च कम नहीं कर पा रही है।
अधिकारी सरकार को घुमाते हैं, इन्होंने कई निपटा दिए
जयराम ठाकुर ने विधानसभा की ऑफिसर गैलरी की तरफ इंगित करते हुए कहा कि सरकारों को ये अधिकारी घुमाते रहते हैं। हम भी निपट गए, आप भी निपटा दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से मिल रहे पैसे पर राजनीतिक लोगों से तो उम्मीद नहीं है, लेकिन ब्यूरोक्रेसी से वह यह उम्मीद जरूर रखते थे कि जो मदद मिल रही है, उसका उल्लेख बजट में होना चाहिए था