शिमला से हरजीन्दर ठाकुर की रिपोर्ट :-असहनीय अपमान!
राजस्थान और भारत का इतिहास कलंकित करने का दुस्साहस!
महावीर राणा सांगा—वह पराक्रमी सम्राट जिन्होंने एक हाथ, एक आँख खोई, 80 घाव सहे, फिर भी आखिरी सांस तक रणभूमि में डटे रहे। उनकी शौर्यगाथा इतनी प्रचंड थी कि स्वयं बाबर ने स्वीकार किया—”राणा सांगा अपनी बहादुरी और तलवार के बल पर बहुत बड़े हो गए थे!”
और अब देखिए! समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन उन्हीं महायोद्धा को ‘गद्दार’ कहने का पाप कर रहे हैं! यह केवल एक योद्धा का नहीं, बल्कि सम्पूर्ण राजस्थान, भारत और हिंदू वीरता का अपमान है!
यह कोई अकेली घटना नहीं है—ये वही मानसिकता है जो बार-बार हमारी संस्कृति, इतिहास और वीरों को लांछित करने का दुस्साहस करती है। कब तक योद्धाओं का अपमान किया जाएगा? कब तक राजनीति के नाम पर हमारे महापुरुषों का अपमान सहा जाएगा?
सपा को इस घिनौने अपराध के लिए पूरे राष्ट्र से सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगनी होगी। वरना राष्ट्रभक्त जनता इस कृत्य का ऐसा उत्तर देगी कि आने वाली पीढ़ियाँ याद रखेंगी!
मन में है धैर्य और तन में प्रचंड शौर्य बन चंद्रगुप्त मौर्य,
प्रलय मचाएंगे राणा और शिवा की संतति कहाते ,
हम शीश कट जाए भले झुकने न पाएंगे बार बार छेड़िए न हमारे स्वाभिमान को ,
अन्यथा बाद में बहुत पछताएंगे सौगंध मां भवानी की उठेगी ललकार ,
जब आपके घरों पर तब चील कउये मंडराएंगे।