विटामिन B12 और D की कमी का आयुर्वेदिक समाधान
आज के समय में विटामिन B12 और D की कमी बहुत आम हो गई है, जिससे शरीर कमजोर, मानसिक रूप से तनावग्रस्त और ऊर्जा विहीन हो सकता है। यदि समय पर इसका समाधान न किया जाए, तो यह हड्डियों की कमजोरी, नसों की समस्या, जोड़ों में दर्द और अन्य गंभीर रोगों को जन्म दे सकती है।
आइए पहले जानते हैं इसकी वजह और लक्षण, फिर आपको देंगे अचूक आयुर्वेदिक समाधान!
विटामिन B12 और D की कमी के कारण
✅ सूरज की रोशनी में न बैठना – यह विटामिन D की सबसे बड़ी कमी का कारण है।
✅ खराब खानपान – पौष्टिक आहार की कमी से शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिलता।
✅ अत्यधिक चाय-कॉफी पीना – इससे विटामिन्स का अवशोषण बाधित होता है।
✅ पाचनतंत्र की गड़बड़ी – यदि पेट सही नहीं रहेगा तो शरीर पोषक तत्व नहीं सोख पाएगा।
✅ दवाइयों का अधिक सेवन – खासकर एंटीबायोटिक्स, जिससे शरीर में B12 और D की कमी हो सकती है।
विटामिन B12 और D की कमी के लक्षण
✔️ शरीर में थकान और कमजोरी
✔️ बालों का झड़ना और सफेद होना
✔️ हाथ-पैरों में झुनझुनी या सुन्न होना
✔️ पीठ, कमर और जोड़ों में दर्द
✔️ इम्यूनिटी कमजोर होना, बार-बार बीमार पड़ना
✔️ याददाश्त कमजोर होना और ध्यान केंद्रित करने में परेशानी
✔️ नींद न आना और मानसिक तनाव रहना
✔️ मांसपेशियों में खिंचाव और ऐंठन होना
अब जानते हैं आयुर्वेदिक समाधान, जिससे इस कमी को पूरी तरह दूर किया जा सकता है।
आयुर्वेदिक समाधान
विटामिन B12 के लिए विशेष आयुर्वेदिक औषधि
📌 सामग्री:
1️⃣ शुद्ध शिलाजीत – 10 ग्राम (शरीर को बलशाली और ऊर्जा से भरपूर बनाए)
2️⃣ अश्वगंधा चूर्ण – 50 ग्राम (तनाव कम करे और कमजोरी दूर करे)
3️⃣ आंवला चूर्ण – 50 ग्राम (शरीर को आयरन और जरूरी विटामिन्स दे)
4️⃣ विदारीकंद चूर्ण – 25 ग्राम (पाचन और पोषण को बेहतर करे)
5️⃣ सतावरी चूर्ण – 25 ग्राम (रक्त निर्माण में सहायक)
6️⃣ गोदंती भस्म – 5 ग्राम (विटामिन D अवशोषण में सहायक)
📌 बनाने की विधि:
✔️ सभी सामग्री को मिलाकर एक चूर्ण तैयार करें।
✔️ इसे किसी कांच के जार में स्टोर करें।
सेवन विधि:
🔹 1 चम्मच चूर्ण + 1 चम्मच शहद या गाय के घी के साथ सुबह-शाम लें।
🔹 इसे कम से कम 60 दिन तक नियमित रूप से लें।
विटामिन D के लिए रामबाण उपाय
✅ रोजाना 30-40 मिनट तक सुबह की धूप में बैठें।
✅ पैरों के तलवों पर तिल का तेल या घी लगाकर धूप में बैठें।
✅ तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी सुबह पिएं, जिससे मिनरल्स की कमी दूर होगी।
आहार और पोषण (खानपान में क्या लें?)
विटामिन B12 के लिए उत्तम आहार
✅ गाय का दूध और घी – यह B12 का सबसे बेहतरीन स्रोत है।
✅ छाछ और घर का बना पनीर – पाचन तंत्र को ठीक रखता है और विटामिन्स को अवशोषित करता है।
✅ अंकुरित चना और मूंग – इनमें आयरन और B12 भरपूर मात्रा में होता है।
✅ तुलसी और गिलोय का रस – इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए।
विटामिन D के लिए उत्तम आहार
✅ तिल का तेल, नारियल तेल, गाय का घी – ये विटामिन D को एक्टिवेट करते हैं।
✅ आंवला, अश्वगंधा, और गिलोय – हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए।
✅ बादाम, अंजीर, और अखरोट – हड्डियों की मजबूती के लिए जरूरी पोषण देते हैं।
✅ मूंगफली और काले तिल – विटामिन D का प्राकृतिक स्रोत हैं।
क्या न करें? (परहेज)
❌ अधिक चाय-कॉफी न पिएं, यह विटामिन्स के अवशोषण को रोकता है।
❌ रात में देर से सोना और सुबह देर से उठना, यह हार्मोनल संतुलन बिगाड़ सकता है।
❌ जंक फूड, सोडा और प्रोसेस्ड फूड से बचें, यह पोषण की कमी बढ़ा सकते हैं।
❌ अत्यधिक दवाइयों का सेवन न करें, खासकर एंटीबायोटिक्स और पेन किलर।
✔️ यदि नियमित रूप से 3-6 महीने तक इन उपायों को अपनाया जाए, तो 90% तक कमी दूर हो सकती है।
✔️ यदि समस्या अधिक हो, तो आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श जरूर लें।