विमल नेगी की मौत प्रकरण: छह महीने की फाइलें खंगाली जाएंगी
विमल नेगी की मौत प्रकरण में जांच अधिकारी ओंकार शर्मा ने ऊर्जा निगम को लिस्ट भेजी
चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत के मामले में प्रशासनिक स्तर पर जांच अधिकारी नियुक्त अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा ने पावर कारपोरेशन को जांच के लिए लिस्ट सौंप दी है। ऊर्जा निगम में पिछले छह महीनों की फाइलें इस जांच में खंगाली जाएंगी। विमल नेगी ने कहां-कहां साइन किए हैं? और इन फाइलों में पिछली नोटिंग क्या है? यह सब जांच का हिस्सा होगा। यही वह अवधि है, जिस दौरान विमल नेगी पावर कारपोरेशन में काम के दबाव में आए थे। हरिकेश मीणा की हटाने के बाद ऊर्जा निगम के एमडी के पद पर शुक्रवार को ही आईएएस अधिकारी राकेश प्रजापति ने ज्वाइन किया है और उनके काम संभालते ही जांच अधिकारी की लिस्ट मिल गई है। इसमें फाइलों के अलावा अटेंडेंस रजिस्टर से लेकर छुट्टियों का रिकार्ड भी तलब किया गया है। राज्य सरकार ने अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा को यह जांच दी है और 15 दिन का समय रिपोर्ट देने के लिए दिया है। उन्होंने आगे अपनी मदद के लिए तीन और अधिकारियों को अपने साथ अटैच किया है।
इसमें विजिलेंस के निदेशक मनोज चौहान, जिला न्यायवादी संजय चौहान और संयुक्त सचिव राजस्व सुनील वर्मा का नाम शामिल है। ये सभी अधिकारी रिकार्ड लेने से लेकर इसकी स्क्रीनिंग में भी मदद करेंगे। ऊर्जा निगम को कहा गया है कि तब तक किसी भी सरकारी रिकॉर्ड से कोई छेड़छाड़ न हो। विमल नेगी की मौत के बाद उनके परिवार ने ऊना के पेखुवाला में लगाए गए सोलर प्रोजेक्ट और किन्नौर के शौंगटोंग में बन रहे ऊर्जा निगम के बिजली प्रोजेक्ट को लेकर कुछ आरोप लगाए हैं। इन आरोपों की परख अब इस जांच कमेटी को करनी है