विमल नेगी मौत मामले में कार्रवाई; शिमला के ASI पर FIR, क्यों फार्मेट की पेनड्राइव, जांच में जुटी पुलिस
विमल नेगी मौत मामले में कार्रवाई; क्यों फार्मेट की पेनड्राइव, जांच में जुटी पुलिस
हिमाचल प्रदेश पावर कारपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत के मामले में शिमला पुलिस की एसआईटी ने सदर पुलिस थाना शिमला के एएसआई पंकज को भी एफआईआर में नामजद किया है। इसके अलावा बिलासपुर के एक होमगार्ड जवान से भी पुलिस की एसआईटी पूछताछ कर रही है। विमल नेगी की मौत मामले में पेन ड्राइव छिपाने के बाद एएसआई पंकज की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं। एएसआई पंकज को यह पेन ड्राइव विमल नेगी के शव के पास मिली थी। हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट में बीते बुधवार को एसपी शिमला और डीजीपी की तरफ से पेश की गई रिपोर्ट के बाद बड़े खुलासे हो रहे हैं। इस मामले में शिमला पुलिस के सदर थाने के एएसआई पंकज की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। विमल नेगी की मौत के बाद अब सवाल उठ रहे हैं। मौके पर मौजूद एक मछुआरे ने इसका वीडियो बना लिया था, जिससे ये बातें सामने आई हैं। हैरानी की बात यह है कि डीजीपी ने अपनी जांच रिपोर्ट में एएसआई पंकज पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
यही नहीं, मामले की स्वतंत्र जांच रिपोर्ट में यह सामने आया है कि मृतक के पास से बरामद की गई एक महत्त्वपूर्ण पेन ड्राइव को फॉर्मेट कर दिया गया था। इस पेन ड्राइव को बाद में खाली बताया गया, जबकि इसमें संभावित रूप से संवेदनशील डिजिटल साक्ष्य मौजूद थे। बताया जा रहा है कि डिवाइस 21 मार्च, 2025 को फॉर्मेट की गई थी, जांच में इसे ब्लैंक पेन ड्राइव बताया गया। यह वही पेन ड्राइव है, जो विमल नेगी के शव से बरामद हुई थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि इमेजर और अन्य फोरेंसिक टूल्स से कुछ डाटा दोबारा किया गया। अधिकतर दस्तावेज व्यक्तिगत या परियोजनाओं से संबंधित पाए गए हैं। शिमला पुलिस की एसआईटी मामले को लेकर एएसआई पंकज से भी पूछताछ कर रही है। पुलिस पता लगा रही है कि उसने किसके कहने पर पेन ड्राइव छिपाई और पेन ड्राइव क्यों फार्मेट की। पुलिस की जांच में मामले से जुड़े कई अहम खुलासे हो सकते हैं।