शिमला जिला में सबसे अधिक हुए सडक़ हादसे, ऊना जिला दूसरे और तीसरे स्थान पर यह जिला
वर्ष 2024 में शिमला जिला में सबसे अधिक सडक़ हादसे हुए हैं। हालांकि प्रदेश में कुल सडक़ हादसों की बात करें, तो इसमें कमी आई है, मगर फिर भी कुछ जिला ऐसे हैं, जहां पर पिछले साल के मुकाबले ज्यादा हादसे हुए। हादसों की संख्या इन जिलों में बढ़ी है। इसमें सबसे प्रमुख शिमला जिला है, जहां पर हादसों की संख्या बढ़ी है। शिमला जिला में वर्ष 2024 में कुल 319 हादसे हुए हैं, जबकि वर्ष 2023 में हादसों की संख्या यहां पर 298 रही है। हादसों में वर्ष 2024 में ऊना व सोलन दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे हैं। यहां सडक़ हादसों के तुलनात्मक आंकड़े जारी हो गए हैं। इसमें साफ हुआ है कि वर्ष 2023 के मुकाबले प्रदेश की बात करें ता यहां पर हादसों में कमी आई है । बद्दी में वर्ष 2023 में जो सडक़ हादसे हुए थे उनकी संख्या 166 की रही, जबकि 2024 में यही आंकड़ा घटकर 142 रह गया। बिलासुपर में 2023 में 154 सडक़ हादसे हुए और 2024 में 142 हादसे हुए हैं। इसी तरह से चंबा में जहां काफी बड़े दर्दनाक हादसे हुए हैं, वहां पर 2023 में 93 सडक़ हादसे हुए थे और 2024 में यहां पर हादसों की संख्या घटकर 78 रह गई है। यह एक अच्छा संकेत है। देहरा में 71 सडक़ हादसों की बजाय 53 सडक़ हादसे हुए हैं वहीं हमीरपुर में 93 हादसों की जगह 83 सडक़ हादसे हुए हैं।
प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा में भी सडक़ हादसों में कमी आई है, जहां पर 2023 में 223 हादसे हुए थे वहीं 2024 में 164 हादसे हुए। किन्नौर में 50 के मुकाबले 34 हादसे हुए, तो वहीं कुल्लू में 143 की अपेक्षा 157 सडक़ हादसे हुए हैं। कुल्लू में इन हादसों की संख्या बढ़ी है। लाहुल-स्पीति में भी पहले 18 हादसे हुए थे, तो 2024 में इनकी संख्या 22 हुई है। इसी तरह से अन्य जिलों का तुलनात्मक ब्यौरा देखें , तो मंडी में 2023 में 285 सडक़ हादसे पेश आए थे जबकि 2024 में 268 हादसे हुए वहीं नूरपुर में 88