सलूणी:पंचायत विभाजन को लेकर ग्रामसभा में तीन घंटे तक हंगामा, खूब लगे नारे
चंबा। ग्राम सभा में सनूंह पंचायत का विभाजन करने के मसले पर सहमति न बनने पर ग्रामीण खिन्न हो उठे। करीब तीन घंटे तक पंचायत में हंगामा हुआ। इस दौरान ग्रामीणों ने नारेबाजी भी की। ग्राम सभा में मौजूद अधिकांश ग्रामीण सियूल नदी के आर-पार बने गांवों का विभाजन कर दो पंचायतें बनाने की मांग पर अड़े रहे। जबकि, कुछ लोग दो के बजाय तीन पंचायतें बनाने की भी बात कहते रहे। इसके बाद पंचायत प्रतिनिधियों ने सूनंह पंचायत का विभाजन कर भसुआ पंचायत बनाने का परामर्श दिया गया है। साथ ही तीसरी पंचायत के गठन का परामर्श भी विकास खंड अधिकारी को भेजा जा सकता है। इसके बाद ग्रामीण शांत हुए।
विकास खंड सलूणी के अधीन आने वाली सनूंह पंचायत की आबाद 5,000 के करीब है। पंचायत घर तक पहुंचने में दूरस्थ गांवों के लोगों को मीलों सफर तय करना पड़ता है। ऐसे में ग्रामीण पंचायत का विभाजन सियूल नदी के आर-पार बसें गांवों के आधार पर करने को लेकर करते आ रहे हैं। बावजूद इसके अभी तक पंचायत का विभाजन नहीं हो पाया है। ऐसे में ग्राम सभा में भी इस मुद्दे को लेकर कुछ ग्रामीणों ने आवाज बुलंद की। लेकिन, पंचायत घर से अधिक दूरी न होने का तर्क देते हुए नदी के आर-पार के हिसाब से विभाजन न हो पाने का तर्क दिया गया। इससे ग्रामीण खिन्न हो उठे और जमकर नारेबाजी करना आरंभ कर दिया। ग्रामीणों का तर्क रहा कि नदी के पार स्थित घड़ेतरा, गली, रिवाली, बाड़ी, पनौगा, खाली, बुडन, दरवेटन, सूआ को अलग पंचायत और सनूंह, कैंथली, धधरोह, भसुआ, जुआंस, बनोटी और गरेला को दूसरी पंचायत में शामिल किया जाए। लेकिन, पंचायतों को लेकर एकमत न होने से आखिरकार प्रतिनिधियों ने सनूंह पंचायत का विभाजन कर भसुआ पंचायत बनाने और तीसरी पंचायत बनाने का भी परामर्श दिया गया।
पंचायत सनूंह के सचिव नारद ने बताया कि ग्राम सभा में ग्रामीण नदी के आर-पार के गांवों को दो पंचायतों में विभाजित करने की मांग कर रहे हैं। जबकि, आबादी के हिसाब से तो यह संभव है। लेकिन, दूरी के हिसाब से यह संभव नहीं है। लिहाजा, भसुआ पंचायत बनाने को और तीसरी पंचायत बनाने का परामर्श देकर रिपोर्ट बीडीओ को भेजी गई है।
उपमंडलाधिकारी नागरिक सलूणी कंवर सिंह ने बताया कि पंचायत में ग्राम सभा के दौरान हो-हल्ला होने की सूचना मिली है। पंचायत सचिव से पूरे मामला की जानकारी मांगी गई है। जानकारी मिलने पर ही इस मामले पर कुछ कहा जा सकता है।