सलूणी अस्पताल में चार महीने से रात को इलाज बंद
सलूणी अस्पताल में चार महीने से रात को इलाज बंद
विधायक डीएस ठाकुर ने प्रदेश सरकार पर डलहौजी से भेदभाव का जड़ा आरोप, कालेजों में स्टाफ तक नहीं
डलहौजी के विधायक डीएस ठाकुर ने आरोप लगाया है कि पूर्व जयराम सरकार के कार्यकाल के दौरान विकास कार्यो के लिए स्वीकृत धनराशि को खर्च करने में सरकार नाकाम रही है। इसका प्रमाण नगारिक अस्पताल सलूणी के भवन का निर्माण कार्य है। उन्होंने कहा कि पूर्व जयराम सरकार ने पचास बेड के नागरिक अस्पताल सलूणी के भवन निर्माण हेतु पांच करोड़ की धनराशि भी स्वीकृत कर इसका काम आरंभ करवा दिया था। मगर बडे खेद का विषय है कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में यह काम थमा हुआ है। उन्होंने विकास कार्यों के मामले में डलहौजी से भेदभाव बरतने का आरोप भी जडा है। वह शनिवार को उपमंडल मुख्यालय स्थित लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की कमी के चलते पिछले चार माह से सलूणी नागरिक अस्पताल में रात्रि स्वास्थ्य सेवाएं भी बंद पड़ी हैं, जबकि भाजपा सरकार के समय 6-6 चिकित्सक सलूणी में अपनी सेवाएं देते थे। अब मात्र एक चिकित्सक के हवाले हजारों की जनता का जिम्मा है।
उन्होंने कहा कि महाविद्यालय सलूणी, तेलका व भलेई के साथ ही क्षेत्र के स्कूलों में पर्याप्त स्टाफ ही नहीं है। इस कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कई सडक़ों की वन विभाग से स्वीकृति ही नहीं करवाई जा रही है, जिस कारण ग्रामीण क्षेत्र के लोग सडक़ सुविधा से वंचित रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे साफ लगता है कि प्रदेश सरकार डलहौजी में बदले की भावना से कार्य कर रही है, जबकि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा प्रदेश के लिए हर कदम उठाए जा रहे हैं।