हमीरपुर में घट सकती हैं पंचायतें, नगर निगम, एक नगर परिषद और दो नई नगर पंचायतें बनने से बदलेगा स्ट्रक्चर
वर्ष 2026 में प्रस्तावित पंचायत चुनावों से पूर्व पंचायतों के पुनर्गठन और नई पंचायतों के गठन के लिए जहां पंचायती राज विभाग ने कसरत शुरू कर दी है, वहीं वर्तमान परिदृश्य में हमीरपुर जिला में पंचायतों की संख्या बढऩे की बजाय वर्तमान आंकड़े से कम हो सकती है। सरकार की ओर से इसे लेकर बकायदा सभी जिलों से प्रस्ताव भी मांगे गए हैं। मुख्यमंत्री के गृहजिला हमीरपुर की बात करें तो यहां प्रशासन की ओर से जिला के सभी छह ब्लॉकों को इसे लेकर लेटर जारी कर दिए गए हैं। अब बीडीओ अपने स्तर पर अपने-अपने ब्लॉकों के पंचायत प्रतिनिधियों से राय लेंगे कि कहां-कहां नई पंचायतों की आवश्यकता है। हालांकि अभी तक जिला हमीरपुर का जो सिनैरियो है उसमें फिलहाल कहीं भी नई पंचायत के गठन की न तो कहीं से आवाज उठी है न कहीं से कोई डिमांड आई है न ऐसा लग रहा है कि नई पंचायतों की जरूरत है, क्योंकि जिला में एक नगर निगम, एक नगर परिषद और दो नई नगर पंचायतें बनने की अधिसूचना जारी होने के बाद यहां पंचायती राज का स्ट्रक्चर बदलना तय है।
फाइनल फैसला बीडीओ को भेजे गए प्रस्तावों का जवाब आने के बाद ही लिया जाएगा। हाल ही में सरकार ने हमीरपुर को नगर निगम बनाने के अलावा नादौन को नगर परिषद और बड़सर व भोरंज को नगर पंचायत बनाने की अधिसूचना जारी की है। इससे जहां नगर निगम के एरिया में हमीरपुर की आसपास की पंचायतों के मर्ज होने का अनुमान है वहीं नादौन के नगर पंचायत से नगर परिषद बनने से भी वार्डों का विस्तार संभव है। एक पंचायत के लिए कम से कम एक हजार की जनसंख्या का प्रावधान पंचायती राज एक्ट में रखा गया है