हिमाचल के 13 शहरी निकायों में बनेंगे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट
डलहौजी तलाई अंब आदि के लिए 25.43 करोड़ रुपए की राशि मंजूर
30 शहरों में होगा इंटरसेप्शन और डायवर्जन का निर्माण
स्वच्छ भारत मिशन के तहत हिमाचल प्रदेश के 13 शहरी निकायों में 18.53 एमएलडी क्षमता वाले सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाएंगे। इसके लिए 25.43 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई। प्रदेश के शहरी निकायों श्रीनयना देवी जी, घुमारवीं, धर्मशाला, पांवटा साहिब, मैहतपुर, सोलन, कंडाघाट, दौलतपुर चौक, टाहलीवाल, तलाई, अंब, ज्वाली और पालमपुर में ये सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाएंगे। प्रयुक्त जल प्रबंधन घटक के लिए कुल स्वीकृत धनराशि 111.10 करोड़ रुपए थी। चौथी एसएलटीसी बैठक में 112.12 करोड़ के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। अनुमोदित कार्ययोजना में शामिल कुल शहर 31 हैं। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना के लिए 13 शहरों को कवर किया गया है। इसके अलावा इंटरसेप्शन और डायवर्सन (आईएंडडी) निर्माण के लिए 30 शहरों को कवर किया गया है। जिनमें श्रीनयना देवी, घुमारवीं, तलाई, डलहौजी, चुवाड़ी, हमीरपुर, भोटा, पालमपुर, नूरपुर, देहरा, बैजनाथ, ज्वाली, मंडी, सुंदरनगर, जोगिंद्रनगर, रिवाल्सर, नेरचौक, रामपुर, ठियोग, जुब्बल, कोटखाई, सुन्नी, पांवटा साहिब, सोलन, बद्दी, कंडाघाट, टाहलीवाल, मैहतपुर, दौलतपुर चौक, अंब क्षेत्र को शामिल किया है।
इन क्षेत्रों में 172.90 किलो मीटर दूरी के इंटरसेप्शन और डायवर्सन निर्माण के लिए 86.45 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। पहली किस्त में कुल 25.2275 करोड़ रुपए भारत सरकार से प्राप्त किए गए हैं। वहीं सोलन के लिए 24 लाख रुपए का बजट तीन केएल क्षमता वाले सेप्टिक टैंक में अपशिष्ट या सीवरेज वाले वाहन की मंजूरी दी गई है। उधर, शहरी विकास विभाग के निदेशक डा. नीरज चड्डा का कहना है कि वर्तमान में पांचवीं एसएलट