हिमाचल को प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट में शाबाशी
दूसरे राज्यों ने भी जाना क्या कर रहा राज्य, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव अनिल जोशी ने दी प्रेजेंटेशन
हिमाचल प्रदेश ने पर्यावरण के संरक्षण के लिए प्लास्टिक पर प्रतिबंध कई साल पहले लगा दिया था। इसके बाद यहां सिंगल यूज प्लास्टिक पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया। अब इस प्लास्टिक के जगह पर किन वस्तुओं को इस्तेमाल किया जा सकता है इसमें भी हिमाचल तेजी के साथ काम कर रहा है। विवाह शादियों में इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक की प्लेट्स व कप आदि को यहां बंद किया गया है और इनकी जगह पर पारंपरिक पत्तलों का इस्तेमाल किया जा रहा हे। दूसरे राज्य इसमें अभी काफी पीछे हैं, जो हिमाचल से सीख रहे हैं। पहाड़ी प्रदेश हिमाचल में प्लास्टिक वेस्ट को बंद करके कैसे इसे अनुपयोगी बनाया है और कैसे पर्यावरण संरक्षण के लिए अन्य वस्तुओं का इस्तेमाल बढ़ाया जाना है इसे दूसरे राज्यों को बताया गया है। प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव अनिल जोशी ने इस दिशा में हिमाचल के काम गिनाए और दूसरे राज्यों को यह सबक दिया कि किस तरह से प्लास्टिक वेस्ट को खत्म किया जा सकता है।
प्रदेश में प्लास्टिक पर प्रतिबंध से पर्यावरण को दूषित करने से बचाया
चेन्नई में इसे लेकर तमिलनाडू सरकार ने एक वर्कशॉप का आयोजन किया था जिसमें हिमाचल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव अनिल जोशी ने अपनी प्रेजेंटेशन दी। वनों के संरक्षण के लिए सालों पहले हिमाचल में प्रतिबंध लग गया था। इसके बाद जरूरत थी प्लास्टिक को खत्म करने की तो उसे भी हिमाचल ने खत्म कर दिया है। इसके खात्मे से पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया गया है।
हिमाचल प्रदेश के अभियान की दूसरे राज्यों में हो रही सराहना
सदस्य सचिव अनिल जोशी ने अपनी प्रेजेंटेशन