हिमाचल प्रदेश में बढ़ेगी टिंकरिंग लैब की संख्या, केंद्र की घोषणा के बाद अब राज्य के स्कूलों में मिलेगी सुविधा
केंद्र सरकार पांच साल में बनाएगी 50 हजार प्रयोगशालाएं, केंद्र की घोषणा के बाद अब राज्य के स्कूलों में मिलेगी सुविधा
केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट में अटल टिंकरिंग लैब के लिए पांच हजार करोड़ का बजट दिया गया है। अगले पांच सालों में हजारों अटल टिंकरिंग लैब्स तैयार की जाएगी। साथ ही सरकारी स्कूलों में ब्रॉडबैंड कनेक्शन भी उपलब्ध करवाया जाएगा। केंद्रीय बजट 2025 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के सरकारी स्कूलों में 50 हजार अटल टिंकरिंग लैब्स स्थापित करने की घोषणा की है। परियोजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के सभी सरकारी सेकेंडरी स्कूलों में ब्रॉडबैंड यानी इंटरनेट कनेक्टिविटी उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके साथ ही स्कूल और हायर एजुकेशन में भारतीय भाषाओं की डिजिटल किताबें उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से भारतीय भाषा पुस्तक परियोजना भी शुरू की जाएगी।
अटल टिंकरिंग लैब, नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन की पहल है। इस योजना का उद्देश्य स्कूल स्टूडेंट्स में इनोवेशन और क्रिएटिविटी को बढ़ावा देना है। इन लैब्स में रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, प्रिंटिंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी लेटेस्ट टेक्नीक्स सिखाई जाती हैं। इससे यंग स्टूडेंट्स में डिजाइइन माइंडसेट, कम्प्यूटेशनल सोच, अडैप्टिव लर्निंग, फिजिकल कम्प्यूटिंग जैसी स्किल्स डेवलप करने में मदद मिलेगी। अब केंद्र ने इसके लिए बजट जारी कर दिया है। ऐसे में हिमाचल सरकार इस बजट को स्कूलों में किस तरह से खर्च करेगी इसका प्लान तैयार किया जाएगा। -एचडीएम
एआई के लिए 500 करोड़
इसके साथ ही केंद्रीय बजट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए 500 करोड़ का बजट घोषित हुआ है।