हिमाचल में बस किराए को लेकर असमंजस, अधिसूचना के बाद साफ होगी तस्वीर
एचआरटीसी ने सरकार को दिए थे दो विकल्प, अधिसूचना के बाद साफ होगी तस्वीर
हिमाचल प्रदेश में बस किराए को लेकर अभी असमंजस की स्थिति कायम है। जब तक सरकार की ओर से अधिसूचना जारी नहीं होगी तब तक इस मामले में गफ्लत रहेगी। सूत्रों की मानें तो एचआरटीसी ने जो प्रस्ताव सरकार को भेजा था, उसके मुताबिक पहले दो किलोमीटर तक पांच रुपए किराया रखने का ही विकल्प दिया गया था और दो से चार किलोमीटर तक न्यूनत्तम किराया 10 रुपए करने का विकल्प दिया गया था। सूत्र बताते हैं कि कैबिनेट की बैठक में इसे लेकर चर्चा की गई और यही निर्णय हुआ है कि दो से चार किलोमीटर तक 10 रूपए न्यूनत्तम किराया किया जाए और पहले दो किलोमीटर तक इसे 5 रुपए ही रखा जाए। पिछले कल हुई कैबिनेट की बैठक का जो पे्रस नोट सरकार की तरफ से रिलीज किया गया है, उसमें बस किराया बढ़ोतरी की कोई भी जानकारी नहीं दी गई थी, जबकि इससे पहले सरकार के मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने प्रेस वार्ता में इसकी जानकारी दी कि न्यूनत्तम किराया दस रुपए तक बढ़ाया गया है। अब यह कितने किलोमीटर तक होगा इसे लेकर अभी तक असमंजस है, क्योंकि एचआरटीसी के अधिकारियों को भी इसकी जानकारी नहीं आई है। ऐसे में माना जा रहा है कि सोमवार या मंगलवार तक इस पर अधिसूचना जारी होने के बाद ही मामला साफ हो सकेगा।
तभी पता चलेगा कि सरकार ने आखिर क्या निर्णय लिया है। वैसे सामान्य किराया दो रुपए 19 पैसे प्रति किलोमीटर ही रहेगा, जिसे सरकार ने नहीं बढ़ाया है। यहां एचआरटीसी को बस किराए में बढ़ोतरी की काफी ज्यादा जरूरत भी है, क्योंकि कई साल से इसमें इजाफा नहीं हुआ है और लगातार एचआरटीसी का घाटा बढ़ता जा रहा है। वहीं, प्राइवेट बस ऑपरेटर भी इसे लेकर लगातार मांग कर रहे हैं।