होटल बनाने के नाम करोड़ों के लोन का फर्जीवाडा, किसके कहने पर जारी किया लोन, पता लगाएगी विजिलेंस
होटल मालिकों के साथ-साथ बैंक कर्मचारियों पर केस दर्ज
किसके कहने पर जारी किया 20 करोड़ का लोन पता लगाएगी विजिलेंस
विजिलेंस ब्यूरो ने होटल बनाने के नाम करोड़ों के लोन के फर्जीवाडे के आरोप में मेसर्स हिमालय स्नो विलेज और मेसर्स होटल लेक पैलेस के मालिकों के साथ-साथ कांगड़ा सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड (केसीसीबी) के अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि होटल बनाने के नाम पर करीब 60 करोड़ के लोन का आवेदन किया गया था, जिसमें 20 करोड़ की लोन की राशि जारी कर दी गई। विजिलेंस में करोड़ों के लोन घोटाले को लेकर जांच शुरू कर दी है। विजिलेंस पता लगा रही है कि लोन की राशि कहां कहां वितरित की गई और किसके कहने पर लोन पास किया गया। विजिलेंस इसका भी पता लगाएगी कि इतने समय से मामला क्यों दबा रहा और कार्रवाई क्यों नहीं की गई। ऐसे में आने वाले समय कई अधिकारियों पर इस मामले की गाज गिर सकती है। जांच में खुलासा हुआ है कि मेसर्स हिमालय स्नो विलेज और मेसर्स होटल लेक पैलेस के मालिकों के साथ-साथ कांगड़ा सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड (केसीसीबी) के अधिकारियों और कर्मचारियों ने लोन नीतियों के साथ-साथ भारतीय रिजर्व बैंक और राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के दिशा-निर्देशों की भी खुलेआम अवहेलना की है।
विजिलेंस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं 420, 468, 471, 120-बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धाराओं 13 (1) (ए)/13 (2) के तहत अपने ऊना पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की है। आईजी विजिलेंस बिमल गुप्ता ने बताया कि यह मामला मेसर्स हिमालय स्नो विलेज और मेसर्स होटल लेक पैलेस के मालिकों के साथ-साथ कांगड़ा सेंट्रल