22,430 रुपए बढ़ी प्रति व्यक्ति आय, CM के प्रयास लाने लगे रंग, आर्थिक सर्वेक्षण में दिखे सुखद संकेत
सीएम सुक्खू के आर्थिक सुधारों के प्रयास लाने लगे रंग, आर्थिक सर्वेक्षण में दिखे कई सुखद संकेत
आर्थिक सुधारों के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रयास रंग लाने लगे हैं। गुरुवार को विधानसभा में पेश आर्थिक सर्वेक्षण ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था की बहुत ही सकारात्मक तस्वीर सामने रखी है। हिमाचल में प्रति व्यक्ति आय और सकल घरेलु उत्पाद (जीडीपी) में अपेक्षा से ज्यादा वृद्धि हुई है। वित्त वर्ष 2024-25 में केंद्रीय अनुदान में कमी के बावजूद टैक्स और नॉन टैक्स रेवेन्यू में राज्य सरकार ने वृद्धि की है। हालांकि राजकोषीय स्थिरता के लिए अभी बहुत कुछ करना बाकी है। नए वित्त वर्ष का बजट प्रस्तुत करने से पहले गुरुवार को विधानसभा में रखी गई आर्थिक समीक्षा में कई और सुखद संकेत मिले हैं। मुख्यमंत्री के हमीरपुर दौरे के कारण उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने सदन में रिपोर्ट रखी। अच्छी बात यह है कि प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि दर्ज की गई है। प्रति व्यक्ति आय को राज्य की अद्र्धवार्षिक जनसंख्या द्वारा शुद्ध जीडीपी को विभाजित करके निकाला जाता है। वित्त वर्ष 2024-25 में प्रति व्यक्ति आय 2,57,212 रुपए हो गई है, जो पिछले साल 2,34,782 रुपए थी। इसमें 22,430 रुपए की बढ़ोतरी के साथ 9.6 फीसदी की वृद्धि हुई है। स्थिर भावों पर राज्य की जीडीपी वित्त वर्ष 2024-25 तक 1,46,553 करोड़ अनुमानित है। इसमें 6.7 फीसदी की वृद्धि हुई है। प्रचलित भाव पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद 2,32,185 करोड़ होने का अनुमान है।
हिमाचल की अर्थव्यवस्था में कृषि और बागबानी क्षेत्र का योगदान कम हुआ है, जबकि उद्योग और पर्यटन क्षेत्र का शेयर बढ़ा है। चिंता की बात यह है कि राज्य पर लोन का आंकड़ा एक लाख करोड़ के आसपास