प्रदेश में चार साल से घटा अंडों का उत्पादन, 2020-21 में 11.11 करोड़ पीस तक जा पहुंचा था पैदावार का आंकड़ा
अंडों के उत्पादन में प्रदेश चार साल से अपने ही रिकार्ड से दूर है। पोल्ट्री उद्योग व बैकयार्ड पोल्ट्री को दिए जा रहे प्रोत्साहन के साथ अंडों के उत्पादन का ग्राफ 2020-21 में 11.11 करोड़ तक जा पहुंचा था। वहीं प्रति व्यक्ति अंडों की उपलब्धता का आंकड़ा भी राष्ट्रीय औसत से बहुत कम है। राष्ट्रीय स्तर पर जहां अंडों के उत्पादन में बढ़ोतरी देखी जा रही है, वहीं प्रदेश में लगातार तीसरे साल अंडों का उत्पादन दस लाख से कम रहा है। 2018-19 में प्रदेश में 1007 मिलियन अंडों का उत्पादन हुआ था और 2019-20 में यह आंकड़ा 1066.21 मिलियन रहा है। राष्ट्रीय स्तर पर अंडों के उत्पादन का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है और 1950-51 के 1832 मिलियन से बढक़र 2023-24 में 143 बिलियन तक पहुंच गया। बढ़ते उत्पादन के चलते ही राष्ट्रीय स्तर पर प्रति व्यक्ति सालाना अंडों की उपलब्धता का आंकड़ा 103 तक पहुंच गया है। वहीं प्रदेश में 2015-16 में यह आंकड़ा गिरकर 12 तक जा पहुंचा था, जो कि 2017-18 और 2018-19 में 14 और 2020-21 में 15 तक पहुंचने के बाद अब फिर 14 रह गया है, अब 15 तक पहुंचा है।
प्रति व्यक्ति सालाना अंडों की उपलब्ता की सूची में भी हिमाचल निचले प्रदेशों में शामिल है। राष्ट्रीय स्तर पर अंडों के उत्पादन का ग्राफ हर साल बढ़ रहा है। 2013-14 में 74752 मिलियन, 2014-15 में 78484, 2015-16 में 82929, 2016-17 में 88137, 2017-18 में 95217, 2018-19 में 103804 और 2019-20 में 114383 मिलियन, 2021-22 में 122 और 2023-24 में 142.77 बिलियन तक जा पहुंचा है। उत्पादन बढऩे से प्रति व्यक्ति उपलब्ध अंडों का आंकड़ा भी 2016-17 के 69 के मुकाबले अब 103 पर पहुंच गया है।
अंडों का उत्पादन
साल प्रदेश में
2012-13 10.69
2013-14 10.75
2014-15 10.84
2015-16 8.11
2016-17 9.58
2017-18 9.81
2018-19 10.07
2019-20 10.66
2020-21 11.11
2021-22 10.16
2022-23 9.14
2023-24 8.58
2024-25 9.60
(करोड़