
नेशन न्यूज़,चंडीगढ़ । इस्माईलाबाद क्षेत्र के एकमात्र पंजाबी पीएचडी डा. चूहड़ सिंह करनाल के खालसा कालेज के प्रिंसिपल बन गए हैं। उन्होंने यह सफर 17 साल की सेवा में पूरा किया। डा. चूहड़ सिंह ठसका मीरां जी गांव की गलियों से निकले और जलबेहड़ा गांव के सरकारी स्कूल में शिक्षा आरंभ की। जलबेहड़ा गांव के पास ही उनका तोथड फार्म है। उनके पिता स्वर्गीय बंता सिंह तोथड़ प्रगतिशील किसान रहे। उनका सपना बेटे को उच्च शिक्षा ग्रहण करवा कर बड़े पद पर देखने का था। डा. चूहड़ सिंह ने कैथल के आरकेएसडी कालेज बीए पास की। इसके बाद कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय से एमए, एमफील और पीएचडी पास की। उन्होंने चार किताबें लिखी और अवार्ड हासिल किया। 18 शोधपत्र प्रस्तुत किए और 40 सेमिनार में भागीदार रहे। चुनाव ड्यूटी में मतदान के प्रति लोगों को जागरूक किया और जिला निर्वाचन अधिकारी से चार बार पुरस्कृत हुए। कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय में दो बार यूएमसी के सदस्य रहे। उन्होंने एम एन कालेज शाहाबाद में बतौर प्रोफेसर 17 साल सेवाएं दी।
डा. चूहड़ सिंह ने बतौर प्रिंसिपल करनाल के खालसा कालेज में बुधवार को कार्यभार ग्रहण किया। डा. चूहड़ सिंह ने कहा कि आज पिता के सपने को साकार किया है। उन्होंने इस उपलब्धि के पीछे उनके पिता की कड़ी मेहनत और माता पिता दोनों का आशीर्वाद का प्रतिफल करार दिया । उन्होंने कहा कि वे युवाओं में शिक्षा व खेल के क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल करने की अलख जगाएंगे।