रोजगार के नाम पर सदन में भी झूठ बोल रहे हैं मुख्यमंत्री
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार सरकार अब सदन में रोजगार के नाम पर झूठ बोलकर सदन को भी गुमराह कर रही है। यह किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस सरकार के लिए इससे बुरी स्थिति और क्या हो सकती है कि मुख्यमंत्री कुछ भी कहे, कहीं भी कहे उस पर यकीन नहीं किया जा सकता। मुख्यमंत्री सदन में भी खड़े होकर झूठ बोलते हैं, सड़क पर भी खड़े होकर झूठ बोलते हैं। रोजगार के मुद्दे पर सरकार के जवाब से असंतुष्ट भारतीय जनता पार्टी के विधायक द्वारा किए गए वॉक आउट के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय महत्व के दिन भी झूठ बोलते हैं। अपने संबोधन विधानसभा में दिए गए प्रश्नों के जवाब में भी झूठ बोलते हैं। मुख्यमंत्री और विधानसभा के अंदर ही एक लाख नौकरी पहली कैबिनेट में और 5 लाख रोजगार देने की गारंटी से मुकर गए थे जिसे भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के गारंटी पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री का झूठ बेनकाब हुआ था।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज फिर सरकार ने सदन में खुद को झूठा साबित किया है। सरकार द्वारा विधानसभा में दिए गए आंकड़ों में सरकार ने 2024 में कहा था कि 34980 लोगों को नौकरी दे चुके हैं। उसके 1 साल बाद मुख्यमंत्री स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कहते हैं कि उन्होंने 23191 नौकरियां हिमाचल प्रदेश के युवाओं को दी हैं। मुख्यमंत्री क्या बात करना चाहते हैं? 1 साल के अंदर उन्होंने जो नौकरियों का आंकड़ा दिया था उसमें 11000 नौकरियों की कमी कैसे आई? मुख्यमंत्री द्वारा इस स्तर पर झूठ बोला जा रहा है जिसकी कल्पना भी करना मुश्किल है। मुख्यमंत्री की बात का एक महत्व होता है। हमेशा उन्हें तोल कर ही बात करनी चाहिए।