काँगड़ा टूरिज्म कैपिटल के मुद्दे पर विपक्ष के सवालों पर सीएम का पलटवार
हिमाचल की सुक्खू सरकार कांगड़ा जिला को टूरिज्म कैपिटल बनाना चाहती है और यह मुद्दा विधानसभा में बुधवार का गूंजा। इस पर विपक्ष ने आरोप जड़ा कि सरकार राजनीतिक दृष्टि से कांगड़ा जिला को खुश करने के लिए ऐलान कर रही है, मगर धरातल पर कुछ नहीं किया गया है। इसका माकूल जवाब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सदन में दिया और कहा कि पर्यटन सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार केवल बोलती रही, जबकि हमने करके दिखाया है। विधानसभा में भाजपा के विधायक सुधीर शर्मा ने यह सवाल उठाया था, जिस पर विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने सरकार पर आरोप जड़े। मुख्यमंत्री ने कहा कि वित्तायोग ने एयरपोर्ट विस्तारीकरण के लिए कुल 1400 करोड़ रुपए देने थे। 400 करोड़ कांगड़ा एयरपोर्ट के लिए मिलना था और 1000 करोड़ बल्ह के ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के लिए उनकी सिफारिश थी, मगर आज तक यह पैसा नहीं मिला।
धर्मशाला के इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर के लिए 200 करोड़ रुपए एडीबी से मिलना था, वह भी अभी तक नहीं मिला, क्योंकि पूर्व सरकार एग्रीमेंट नहीं कर पाई, जो वर्तमान सरकार करेगी। सीएम ने कहा कि वह कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाना चाहते हैं। यहां पर लैंड बैंक तैयार किया जा रहा है। इसके बाद गाइडलाइन बनाई जाएगी। कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के मामले में जल्दी ही सेक्शन 21 की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। धर्मशाला में जोरावर स्टेडियम नहीं, बल्कि किसी दूसरे स्थान पर कन्वेंशन सेंटर बनाने की योजना है, जिसके लिए एडीबी से जल्द एग्रीमेंट होगा। मंडी में शिवधाम भी बनाया जाएगा, वहीं मंडी में 600 बीघा जमीन कुलाधार में देखी गई है,