सरकार को करोड़ों की बचत करवाएंगे सोलर प्रोजेक्ट, मैदानी इलाकों में संभावनाएं देख रहा पावर कारपोरेशन
मैदानी इलाकों में और संभावनाएं देख रहा पावर कारपोरेशन; ऊना, नालागढ़ के बाद कांगड़ा, हमीरपुर पर भी नजर
प्रदेश में सरकारी क्षेत्र में लगने वाले सोलर पावर प्रोजेक्ट सरकार की करोड़ों रुपए की राशि बचाएंगे। मुख्यमंत्री सुक्खू ने विशेष रूप से पावर कारपोरेशन को इस पर फोकस करने को कहा है, जिसने नालागढ़ व ऊना में सात परियोजनाएं चिन्हित की हैं जिन पर प्रारंभिक काम शुरू हो गया है , लेकिन इसके साथ अब कांगड़ा और हमीरपुर में भी छोटे सोलर प्रोजेक्ट लगाने को लेकर संभावनाएं देखी जा रही हैं। इसके अलावा सिरमौर में भी ऐसे कुछ स्थान देखे गए हैं, जहां पर माना जा रहा है कि सोलर पावर जनरेशन की संभावना है। आने वाले समय में पावर कारपोरेशन इन सभी संभावनाओं पर काम करेगा।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री के साथ हुई ऊर्जा क्षेत्र की बैठक में सोलर पावर जनरेशन पर ध्यान देने को कहा गया है क्योंकि इसकी बिजली पीक लोड ऑवर्स में काम आएगी क्योंकि उस दौरान यहां बिजली खरीदनी पड़ती है और वो पैसा सरकार का बच सकेगा। हालांकि इसमें फायदा बिजली बोर्ड को है, लेकिन सरकार भी इसमें जुड़ी हुई है जो सबसिडी के रूप में बोर्ड को पैसा देती है। पावर कारपोरेशन अपने सात सोलर प्रोजेक्ट पर फोकस कर रहा है, जिसके लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जनवरी तक यह काम आगे सौंप दिए जाएंगे और प्रोजेक्टों पर काम शुरू करके अगले साल जून तक पूरा करने का लक्ष्य रखा जाएगा। -एचडीएम
ऊना के गोंदपुर बुल्ला में लगाने की तैयारी
ऊना व नालागढ़ के मैदानी इलाके हैं, जहां पर सोलर पावर का उत्पादन हो सकता है। यहां पर कुल 72 मेगावाट सोलर बिजली उत्पादन किया जाएगा।