61 लाख ठगने वाला राजस्थान से गिरफ्तार, शातिर ने हरोली के पूर्व सैनिक को बनाया था शिकार
डिजिटल अरेस्ट के नाम पर शातिर ने हरोली के पूर्व सैनिक को बनाया था शिकार
हरोली पुलिस ने पूर्व सैनिक व सेवानिवृत्त मुख्य अध्यापक से डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 61 लाख रुपए की ठगी करने वाले शातिर को राजस्थान के जयपुर से धर दबोचा है। पुलिस आरोपी रोशन यादव निवासी गोविंदगढ़ अलवर (जयपुर) को गिरफ्तार कर हरोली ले आई है। जहां अरोपी को अदालत में पेश कर पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। आरोपी 10 प्रतिशत कमीशन लेकर अपने खातों में पैसे डलवाता था और आगे अगली टीम को भेज रहा था। जांच में यह भी पाया गया है कि आरोपियों ने पीडि़त से पांच अलग-अलग राज्यों के बैंक खाता में पैसा डलवाया है। पुलिस ने आरोपियों द्वारा की गई व्हाट्सऐप कॉल को ट्रेस कर लिया है, जिसमें पता चला है कि कॉल करने वाले ग्रुप का मुखिया कंबोडिया में बैठकर विदेश से ठगी को अंजाम दे रहा है। पुलिस ने अब एक आरोपी को दबोच लिया है, मामले में जल्द और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।
बता दें कि चार दिसंबर को पीडि़त ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसमें पीडि़त ने बताया था कि डिजिटल अरेस्ट के नाम पर उसके साथ 61 लाख रुपए की ठगी हुई है। शिकायत के आद पुलिस ने थाना प्रभारी सुनील सांख्यान ने उपनिरीक्षक चेतन, मुख्य आरक्षी सुनील कुमार, रोहित, आरक्षी अंकुश पर आधारित एक टीम गठित कर आरोपियों को दबोचने के लिए राजस्थान भेजा। थाना प्रभारी सुनील सांख्यान ने बताया कि शातिरों द्वारा डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर धोखाधड़ी की नई थ्यौरी अपनाई जा रही है। जिसके अनुसार लोगों को नेशनल सिक्योरिटी एक्ट या अन्य एक्ट का हवाला देकर और सीबीआई या अन्य बड़ी एजेंसी ईडी के डर से लोगों को ठगा जाता है और उनके बैंक अकाउंट में कितनी धनराशि है