पूर्व सैनिकों की मदद कर रही सरकार
मंत्री शांडिल बोले, वीरता पुरस्कार योजना में 250 लाख बांटे
स्वास्थ्य और सैनिक कल्याण मंत्री डा. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने कहा कि राज्य के युवा देश की सशस्त्र सेनाओं में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं और सरकार हमारे वयोवृद्ध युद्ध सैनिकों, विकलांग सैनिकों, पूर्व सैनिकों, उनके परिवारों और सेवारत सैनिकों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह बात सैनिक कल्याण विभाग और हिमाचल प्रदेश पूर्व सैनिक निगम के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। सैनिक कल्याण मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पूर्व सैनिकों और उनके परिवार के सदस्यों को रोजगार प्रदान करने पर विशेष बल दिया जा रहा है। सैनिक कल्याण विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने कहा कि यह लोगों के लिए गर्व की बात है कि हिमाचल प्रदेश जैसे छोटे से राज्य में 1,191 वीरता/विशिष्ट पुरस्कार विजेता हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने वीरता पुरस्कार विजेता योजना के तहत उनके कल्याण के लिए इस वित्त वर्ष में 250 लाख रुपए आबंटित किए हैं। सरकार ने प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के वयोवृद्ध सैनिकों, गैर-पेंशनभोगी पूर्व सैनिकों और विधवाओं की पेंशन के लिए 671.40 लाख का प्रावधान किया गया है। राज्य या केंद्र सरकार के संस्थानों की 139 परियोजनाओं में कुल 4,005 पूर्व सैनिकों को रोजगार सुनिश्चित किया गया है। इनमें से 2,075 पूर्व सैनिकों को राज्य के भीतर और 1930 पूर्व सैनिकों को राज्य के बाहर रोजगार प्रदान किया गया है।