अवैध खनन मामले में चार्जशीट दाखिल; जांच में खुलासा, आरोपियों ने खनन से अर्जित की सैकड़ों करोड़ की संपत्ति
ईडी ने सात लोगों को बनाया आरोपी हिमाचल में ब्यास, यूपी में यमुना नदी में अवैध खनन का मामला
ईडी ने हिमाचल प्रदेश की ब्यास नदी और उत्तर प्रदेश के सहारनपुर स्थित यमुना नदी के क्षेत्र में अवैध खनन करने के मामले में आरोपियों के खिलाफ गाजियाबाद की विशेष अदालत में प्रोसिक्यूशन कंप्लेंट दाखिल की है। ईडी ने इस मामले में मुख्य आरोपी ज्ञान चंद समेत संजय धीमान, संजय शर्मा, धर्मेंद्र सिंह, दीपक चौधरी, भानु, रविंद्र कुमार मलिक को आरोपी बनाया है। अदालत ने 17 जनवरी को ईडी द्वारा दाखिल इस शिकायत का संज्ञान भी ले लिया है। ईडी ने यह मामला कई शिकायतों और खुफिया जानकारी के आधार पर दर्ज किया था, जिसमें हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा और ऊना जिलों में संगठित तरीके से चल रहे अवैध खनन गिरोहों के बारे में जानकारी दी गई थी। ईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि अवैध खनन की गतिविधियों से सैकड़ों करोड़ रुपए की अवैध संपत्ति अर्जित की गई है। ईडी ने अवैध खनन मामले की जांच में हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा कांगड़ा और ऊना जिलों में विभिन्न थानों में दर्ज छह एफआईआर के आधार पर शुरू की थी। इन एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि सरकारी भूमि पर अवैध खनन हो रहा था और इसमें ट्रक, टिप्पर, पोकलेन, जेसीबी और ट्रैक्टर जैसी भारी मशीनरी का इस्तेमाल किया जा रहा था। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिला के बेहत पुलिस थाना में पहली नवंबर, 2024 को एक और एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें ज्ञान चंद और अन्य पर आईपीसी सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम 1984 और खान एवं खनिज (विनियमन एवं विकास) अधिनियम, 1957 (संशोधित) के तहत आरोप लगाए गए थे।