CET एग्जाम….सीईटी की 90% तैयारी पूरी, सभी डीसी से मांगी सेंटरों की रिपोर्ट
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) द्वारा कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट सीईटी को लेकर 90% तैयारी हो चुकी है। आयोग के चेयरमैन एडवोकेट हिम्मत सिंह ने सभी डीसी को पत्र लिखा है, जिसमें सभी सेंटरों की ताजा रिपोर्ट मांगी है। कई जिलों से सभी सेंटरों की एग्जाम कराने की क्षमता की पूरी डिटेल नहीं आई है
कई ऐसे स्कूल हैं, जिन्होंने दो या तीन भवनों में से एक भवन की सीटिंग क्षमता की जानकारी दी है। जबकि आयोग चाहता है कि स्कूल में जितनी भी सीटिंग क्षमता है, सारी जानकारी भेजी जाए, ताकि ज्यादा से ज्यादा उम्मीदवार परीक्षा दे सकें। आयोग ने पिछले दिनों सरकार के साथ बैठक भी की थी, जिसमें सीईटी की तैयारियों पर मंथन हुआ है।
बैठक में सीएम नायब सिंह सैनी के अलावा कई अधिकारी भी मौजूद थे। पिछली बार प्रदेश में करीब पौने नौ लाख उम्मीदवारों ने सीईटी दिया था, इनमें से 3.57 लाख ने परीक्षा पास की थी। जिसके बाद एचएसएससी द्वारा विभिन्न कैटेगरी में भर्तियां की थीं। दूसरी ओर एचएसएससी ने केंद्र की चार एजेंसियों से एग्जाम को लेकर संपर्क किया है।
अगले सप्ताह तक स्थिति साफ हो जाएगी कि सीईटी केंद्र की कोई एजेंसी कराएगी या फिर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड या एचएसएससी खुद कराएगा। इसके बाद एचएसएससी पोर्टल खोलेगा। जिस पर उम्मीदवार आवेदन कर सकेंगे।
2300 सेंटर बनाने की है योजना…
प्रदेश में सीईटी के लिए 2300 सेंटर बनाने की योजना है। सेंटरों की पहचान कर ली गई है। एक दिन में सुबह-शाम के सत्र में सात से आठ लाख उम्मीदवार इन सेंटरों पर परीक्षा दे सकेंगे। यदि 16 लाख उम्मीदवार पंजीकरण कराते हैं तो दो दिन में यह परीक्षा पूरी हो सकेगी। ग्रुप सी व ग्रुप डी के लिए सीईटी का आयोजन किया जाना है।
मई और जून में स्टाफ को लेकर हो सकती है दिक्कत
एचएसएससी की पूरी तैयारी है कि अप्रैल में सीईटी कराया जाए। क्योंकि मई या जून में ज्यादा गर्मी होती है। स्कूलों में अवकाश हो जाते हैं, ऐसे में स्टाफ को लेकर दिक्कत सामने आ सकती है। अप्रैल के प्रथम पखवाड़े में परीक्षा होती है तो ऐसी दिक्कत सामने नहीं आएगी।
प्रदेश सरकार द्वारा पहले ही दो लाख सरकारी नौकरियां देने की घोषणा की जा चुकी है। आयोग द्वारा करीब 9 हजार पिछली भर्तियों को लेकर तैयारी चल रही है। ये वे भर्ती हैं जो किन्हीं कारणों से नहीं हो पाई हैं। सीईटी के तुरंत बाद भर्तियों पर निर्णय हो सकता है।