चंडीगढ़ क्लब चुनावः सुनील खन्ना बने चंडीगढ़ क्लब के नए अध्यक्ष, 128 वोटों के अंतर से नरेश चौधरी को हराया।
आठ साल बाद चंडीगढ़ क्लब के विभिन्न पदों पर चुनाव हुआ है। चुनाव में चंडीगढ़ क्लब के नए अध्यक्ष के तौर पर सुनील खन्ना ने जीत हासिल की है।
शहर के सबसे प्रतिष्ठित क्लबों में शुमार चंडीगढ़ क्लब के 8 वर्ष बाद चुनाव हुए हैं। रविवार को मतगणना के बाद नतीजे घोषित किए गए। इसमें चंडीगढ़ क्लब के नए अध्यक्ष के तौर पर सुनील खन्ना ने जीत हासिल की है। वहीं उपाध्यक्ष के लिए अनुराग अग्रवाल ने करण नंदा को 19 वोटों से हराकर बाजी मारी है। चंडीगढ़ क्लब के नए अध्यक्ष सुनील खन्ना ने कड़े मुकाबले में नरेश चौधरी को 128 वोटों से हराया। सुनील खन्ना को 1580 वोट मिले, जबकि दूसरे स्थान पर रहे नरेश चौधरी को 1452 वोट मिले हैं।
बता दें कि प्रधान पद के लिए तीन उम्मीदवारों जिसमें सुनील खन्ना, रमनीत सिंह चहल और नरेश चौधरी के बीच कड़ा मुकाबला था। वहीं उप प्रधान पद के लिए अनुराग अग्रवाल ने बाजी मारी है। उन्हें कुल 983 वोट मिले। अनुराग चोपड़ा को 853 वोट, करनवीर नंदा को 960 वोट पड़े। कुल वोट 2895 पड़े। जिनमें 49 अमान्य रहे। इस क्लब के शहर के उद्योगपति, बिजनेसमैन, प्रोफेसर, वैज्ञानिक, चिंतक, वकील जैसी बड़ी हस्तियां सदस्य है। वोट डालने के लिए कई सेना के वरिष्ठ अधिकारी, पूर्व मेयर, वरिष्ठ नेता, वरिष्ठ वकील, वरिष्ठ सीए, आर्किटेक्ट समेत अन्य पहुंचे।
जीत के बाद मना जश्न
चंडीगढ़ क्लब के नए प्रधान के तौर पर जैसे ही सुनील खन्ना के नाम की घोषणा हुई। क्लब में पहले से उपस्थित उनके दोस्त, समर्थक और परिवावालों में खुशी की लहर दौड़ गई। सभी ने जीता जश्न मनाते हुए नए प्रधान को फूल मालाएं डाल कर स्वागत किया। वहीं उप प्रधान के पद के नतीजों के बाद भी काफी संख्या में उनके समर्थकों ने जमकर खुशी मनाई। क्लब में उपस्थित हर कोई प्रधान पद और उप प्रधान पद की जीत के उम्मीदवारों को गले लगाते हुए बधाइयां देने में जुटा हुआ था। वहीं प्रधान पद के लिए खड़े उम्मीदवार नरेश चौधरी वोटिंग केंद्र पर मौजूद रहे। जैसे ही प्रधान पद के लिए सुनील खन्ना के प्रधान पद के लिए जीत की मोहर लगी, उसी समय नरेश चौधरी अपने कुछ समर्थकों के साथ बिना किसी से बातचीत किए क्लब से बाहर निकल गए।
दो घंटे की देरी से शुरू हुई मतगणना
वोटिंग देर से शुरू हुई। चंडीगढ़ क्लब के चनाव में वोटों की गिनती सुबह 10 बजे से शुरू होनी थी, लेकिन मतगणना दोपहर 12 बजे के बाद शुरू हुई। इसका कारण रहा कि क्लब के मेंबर्स वोटों की गिनती वाली जगह पर कैमरे के साथ प्रोजेक्टर लगाने की मांग पर अड़ गए। मेंबर्स का कहना था कि कहीं नगर निगम के चुनाव की तरह इसमें कोई गड़बड़ न हो जाए, कोई भी पेन या पैंसिल का इस्तेमाल न को। इसके बाद कैमरों की व्यवस्था की गई और फिर वोटों की गिनी शुरू हुई।