📰 आपदा में फेल हुआ डिजिटल इंडिया, सैटेलाइट फोन बना सहारा
चंबा: पहाड़ों पर आई भीषण आपदा ने पूरे डिजिटल तंत्र की पोल खोल दी। तेज बारिश और नदियों के रौद्र रूप ने सड़कें तोड़ दीं, पुल बह गए, बिजली की लाइनों के साथ मोबाइल नेटवर्क भी पूरी तरह ठप हो गया।
📵 जियो, एयरटेल, बीएसएनएल सभी नेटवर्क बंद रहे, लोग अपने परिवार से कटे रहे और हज़ारों श्रद्धालुओं की सांसें अटक गईं। प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री तक हालात की जानकारी पहुँचाने का एकमात्र जरिया सैटेलाइट फोन ही बचा।
➡️ यह स्थिति साफ दिखाती है कि आधुनिक डिजिटल सेवाएं प्राकृतिक आपदा के सामने कितनी बेबस हैं। ऐसे में लोगों को फिर से 1990 के दशक की याद आ गई, जब सैटेलाइट फोन ही जीवन रेखा हुआ करते थे।
⛰️ मणिमहेश यात्रा समेत पूरे चंबा और भरमौर क्षेत्र में श्रद्धालुओं व ग्रामीणों की पीड़ा बढ़ गई। कई दिनों तक संचार व्यवस्था ध्वस्त रहने से प्रशासन को राहत कार्य चलाने में भी मुश्किलें पेश आईं।
📡 हालांकि सैटेलाइट फोन के सहारे प्रशासनिक अधिकारियों और राहत दलों ने फंसे लोगों तक मदद पहुँचाने की कोशिश की।
🙏 यह आपदा साफ संदेश देती है कि पहाड़ी राज्यों में केवल मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट पर निर्भर रहना पर्याप्त नहीं है। आपदा प्रबंधन में सैटेलाइट सेवाओं को स्थायी रूप से शामिल करना समय की मांग बन चुका है।