Diwali 2024: पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने लोकल 18 से कहा कि हर साल दीपावली का त्योहार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है.इस साल अमावस्या दो दिन पड़ने के कारण थोड़ी असमंजस की स्थिति बनी हुई है.इस साल अमावस्या तिथि की शुरुआत 31 अक्टूबर शाम 5 बजकर 13 मिनट से शुरू हो रही है
खुशियों का त्योहार दीपावली माना जाता है.इस दिन माता लक्ष्मी,भगवान गणेश और धन के देवता कुबेर की पूजा आराधना की जाती है. दीपावली का त्योहार सबसे पहले जब भगवान राम रावण का वध कर करके वापस अयोध्या लौटे थे तब अयोध्यावाशी दीया जलाकर भगवान राम, लक्ष्मण और माता सीता का स्वागत किया गया था. उस दिन अमावस्या थी. दीपावली के दिन घी के दीपक जलाने से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.तो लिए देवघर के ज्योतिषाचार्य से जानते हैं किस दिन मनाया जाएगा दीपावली और लक्ष्मी पूजन का क्या है शुभ मुहूर्त
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने लोकल 18 से कहा कि हर साल दीपावली का त्योहार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है.इस साल अमावस्या दो दिन पड़ने के कारण थोड़ी असमंजस की स्थिति बनी हुई है.इस साल अमावस्या तिथि की शुरुआत 31 अक्टूबर शाम 5 बजकर 13 मिनट से शुरू हो रही है. समापन अगले दिन यानी 1 अक्टूबर दोपहर 03 बजकर 46 मिनट मे हो रही है. प्रदोष युक्त अमावस्या में ही दीपावली का त्यौहार मनाया जाता है. इसलिए 31 अक्टूबर को ही प्रदोष युक्त अमावस्या है और उसी दिन दीपावली का त्यौहार मनाया जाएगा.
दीपावली के दिन प्रदोष काल में माता लक्ष्मी भगवान गणेश और धन के देवता कुबेर की पूजा आराधना की जाती है. ऐसा करने से घर में सालों भर धन-धान्य,सुख समृद्धि की वृद्धि होती है.लेकिन पूजा हमेशा शुभ तिथि और शुभ मुहूर्त में ही करना चाहिए.इस साल दीपावली के दिन प्रदोष काल और निशिता काल में माता लक्ष्मी भगवान गणेश की पूजा आराधना करना शुभ माना जाएगा.
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा आराधना प्रदोष युक्त अमावस्या के दिन ही करनी चाहिए. इस साल अमवास्या के दिन यानी 31अक्टूबर शाम 6बजकर 25 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 27 मिनट तक प्रदोष काल का पूजा का शुभ मुहूर्त रहने वाला है. वही रात 11बजकर 39मिनट से लेकर 12बजकर 40 मिनट तक निशिता काल का शुभ मुहूर्त रहने वाला है.
दीपवली के दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा आराधना अवश्य करनी चाहिए. इसके साथ ही घर के मुख्य द्वार पर माता लक्ष्मी के पद चिन्ह बनाकर घी का दीया जलाना चाहिए. इससे माता लक्ष्मी का आगमन घर मे होगा और घर मे धन दौलत की बढ़ोतरी होगी. वही माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा आराधना करते है भगवान गणेश को दुर्वा अर्पण करे.