हिमाचल में नशे की सुई से बंट रही बीमारी, छात्र भी एचआईवी की चपेट में; इस साल इतने पॉजिटिव मामले
हिमाचल प्रदेश में नशे की सुई से किए जाने वाले नशे से हिमाचल प्रदेश में एचआईवी जैसी घातक बीमारी बंट रही है। एक सर्वे में सामने आया कि 5 से 10 फीसदी युवा इंट्रा ड्रग के इस्तेमाल से एचआईवी की जद में आ रहे हैं। इनमें छात्र भी शामिल हैं।
एक तो नशे की बुरी लत और दूसरे घातक बीमारी। प्रदेश में कई युवाओं की ऐसी हालत है। नशे की सुई से किए जाने वाले नशे से हिमाचल प्रदेश में एचआईवी जैसी घातक बीमारी बंट रही है। खास बात है कि ऐसे मरीजों में छात्र भी शामिल हैं। प्रदेश में किए गए सर्वे में ये खुलासा हुआ है।
हिमाचल प्रदेश राज्य एड्स कंट्रोल सोसायटी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर राजीव कुमार ने कहा है कि प्रदेश में मौजूदा समय में 5,870 लोग एचआईवी से पीड़ित हैं। 1998 से अब तक प्रदेश में 304 बच्चे एचआईवी पॉजिटिव आए हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों की निगरानी में सभी उपचार चल रहा है। राजीव कुमार ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश राज्य एड्स कंट्रोल सोसायटी की ओर से होटल हॉली डे होम में एचआईवी/एड्स पर आयोजित सूचना कार्यक्रम की अध्यक्षता की। राज्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. ललित ठाकुर ने बताया कि एचआईवी का मुख्य कारणों में सीरिंज से नशा लेना भी है।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में 2023-24 में किए एक गए एक सर्वे में सामने आया कि 5 से 10 फीसदी युवा इंट्रा