पिछले कुछ दिनों से “पर्ची-खर्ची” के नाम से आपके भविष्य का सौदा कांग्रेस उम्मीदवार और हुड्डा समर्थक कर रहे हैं।मुझे इनकी मानसिकता देखकर दु:ख भी होता है और गुस्सा भी आता है।
आज कांग्रेस घूस,घोटाला और नौकरी की नीलामी को एजेंडा बनाकर चल रही है।
जिन्होंने अपनी पार्टी में कभी मेरिट और योग्यता को बढ़ावा नहीं दिया वो प्रशासन और सरकार में मेरिट को क्या लागू करेंगे।
साथियों कांग्रेसी दुकान में केवल आपका भविष्य नीलाम नहीं हो रहा है।बल्की आपकी योग्यता,आपकी मेहनत,आपके मां-बाप के सपने भी नीलाम हो रहे हैं।
फिर से जमीन बेचना पड़े,फिर मां के गहने गिरवी रखने पड़ें और फिर किसी नेता,रिश्तेदार, करीबी और बिचौलियों के चक्कर लगाने पड़ें यह आपके स्वाभिमान का और आपकी क्षमता का अपमान है।
जो बोली कांग्रेसी लगा रहे है वो केवल नौकरी की नहीं बल्कि आपकी भी है।कोई गारंटी नहीं है कि जो आज 50 वोटों में या 5 लाख में नौकरी बेच रहा है।वो 60 वोट और 70 लाख में दूसरे से सौदा नहीं करेगा।
साथियों मैं आपसे एक ही बात कहना चाहता हुं
“जो अपनों के नहीं हुए वो आपके क्या होंगे”
नौकरी योग्यता से मिलेगी तो आज नहीं तो कल नंबर आ ही जायेगा।लेकिन नौकरी अगर पर्ची-खर्ची से मिलने लगी तो रास्ता हमेशा के लिए बंद हो जायेगा।
मैं विश्वास दिलाता हूं
मेरिट और योग्यता के आधार पर बिना पर्ची-खर्ची से नौकरी देना मेरी सरकार का पहला और अंतिम आधार है और मैं इसे जारी रखूंगा।