रोबोटिक सर्जरी की फीस तय, अब आम आदमी भी उठा सकेगा हाईटेक इलाज का लाभ, चुकाने होंगे इतने रुपए
रोबोटिक सर्जरी की फीस तय, अब आम आदमी भी उठा सकेगा हाईटेक इलाज का लाभ, चुकाने होंगे इतने रुपए
मुख्य बातें:
चमियाणा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में रोबोटिक सर्जरी की फीस ₹30,000 निर्धारित।
यह दर PGI चंडीगढ़ जैसे बड़े संस्थानों के बराबर, इलाज के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं।
जटिल ऑपरेशन होंगे आसान, मिलेगा कम दर्द और होगी দ্রুত रिकवरी।
डेढ़ लाख की सर्जरी अब सरकारी अस्पताल में मात्र 30 हजार में उपलब्ध।
शिमला: हिमाचल प्रदेश के लोगों के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र से एक बड़ी खुशखबरी है। शिमला के नजदीक चमियाणा स्थित अटल सुपरस्पेशलिटी आयुर्विज्ञान संस्थान में दो महीने पहले शुरू हुई अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी की सुविधा अब आम लोगों की पहुंच में होगी। अस्पताल प्रबंधन ने इस हाईटेक सर्जरी के लिए फीस निर्धारित कर दी है, जिससे मरीजों को इलाज के लिए बड़े शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा।
PGI चंडीगढ़ के बराबर फीस, अब हिमाचल में ही इलाज
अस्पताल प्रबंधन ने रोबोटिक सर्जरी के लिए मात्र 30,000 रुपए की फीस तय की है। यह दर देश के प्रतिष्ठित संस्थान PGI चंडीगढ़ के बराबर रखी गई है, ताकि प्रदेश के लोगों को सस्ती और बेहतर सुविधा अपने ही राज्य में मिल सके।
अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक, डॉ. सुधीर शर्मा ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, “चमियाणा अस्पताल में रोबोटिक सर्जरी की सुविधा अब पूरी तरह से क्रियाशील है और इसकी फीस तय कर दी गई है। हमारा उद्देश्य मरीजों को यहीं पर सर्वोत्तम इलाज उपलब्ध कराना है, ताकि उन्हें बाहर जाने की आवश्यकता न पड़े।”
क्या है रोबोटिक सर्जरी और इसके फायदे?
रोबोटिक सर्जरी, ऑपरेशन करने की एक उन्नत तकनीक है, जिसमें सर्जन एक कम्प्यूटर कंसोल के जरिए रोबोटिक आर्म्स को नियंत्रित कर ऑपरेशन करते हैं। इस तकनीक से कई जटिल ऑपरेशन जैसे कि प्रोस्टेट, किडनी ट्यूमर और कैंसर से जुड़ी सर्जरी अधिक सटीकता से की जा सकती हैं।
मरीजों के लिए लाभ:
सटीकता: ऑपरेशन में गलती की गुंजाइश बेहद कम होती है।
कम दर्द: छोटा चीरा लगने के कारण मरीज को दर्द बहुत कम होता है।
तेज रिकवरी: मरीज जल्दी स्वस्थ होकर अपने घर लौट सकता है।
कम रक्तस्राव: ऑपरेशन के दौरान खून का बहाव न्यूनतम होता है।
डेढ़ लाख की सर्जरी मात्र 30 हजार में
डॉ. शर्मा ने बताया कि निजी अस्पतालों में रोबोटिक सर्जरी की वास्तविक लागत लगभग डेढ़ लाख रुपए तक आती है, जिसमें महंगे उपकरण और प्रशिक्षित विशेषज्ञों का खर्च शामिल होता है। लेकिन सरकारी संस्थान होने के नाते, अटल सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में मरीजों को यह अत्याधुनिक सुविधा भारी सब्सिडी के साथ मात्र 30 हजार रुपए में उपलब्ध कराई जा रही है।
हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्य में इस तकनीक का आना चिकित्सा क्षेत्र में एक मील का पत्थर है। इससे न केवल राज्य के लोगों को इलाज के लिए चंडीगढ़ और दिल्ली जैसे शहरों के चक्कर काटने से मुक्ति मिलेगी, बल्कि उनके समय और धन दोनों की भारी बचत होगी।