वर्दी का सच :मंगलवार की दोपहर हरियाणा पुलिस के महकमे में एक और भूचाल लेकर आई
वर्दी का सच :मंगलवार की दोपहर हरियाणा पुलिस के महकमे में एक और भूचाल लेकर आई
वर्दी का सच
मंगलवार की दोपहर हरियाणा पुलिस के महकमे में एक और भूचाल लेकर आई। व्हाट्सऐप ग्रुप्स और सोशल मीडिया पर एक वीडियो किसी जंगल की आग की तरह फैलना शुरू हुआ। स्क्रीन पर जो चेहरा था, वो हरियाणा पुलिस के एक असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) संदीप कुमार का था। वह अपनी वर्दी में थे, चेहरा थका हुआ और आँखें बोझिल थीं, लेकिन आवाज़ में एक अजीब सी दृढ़ता थी।
कैमरे में सीधे देखते हुए उनकी आवाज़ कांप रही थी, “जय हिंद साथियों… शायद जब तक आप ये वीडियो देखेंगे, मैं इस दुनिया में नहीं रहूँगा। मैं कमजोर नहीं हूँ, लेकिन मुझे मजबूर कर दिया गया है।”
यहीं से शुरू हुए वो खुलासे, जिसने पूरे सिस्टम को कटघरे में खड़ा कर दिया।
संदीप ने बताया कि हाल ही में हुए IPS वाई. पूरन कुमार के आत्महत्या मामले के बाद से उन पर भारी दबाव था। उन्होंने वीडियो में आरोप लगाया कि कुछ वरिष्ठ अधिकारी उनसे इस केस की जाँच को एक ख़ास दिशा में मोड़ने के लिए कह रहे थे।
“मुझसे कहा जा रहा था कि कुछ सबूतों को नज़रअंदाज़ कर दूँ और कुछ बेगुनाहों को इस केस में फंसा दूँ,” उनकी आवाज़ में बेबसी और गुस्सा साफ़ झलक रहा था। “मैंने अपनी पूरी ज़िंदगी ईमानदारी से वर्दी की सेवा की है। मेरे लिए मेरा ज़मीर सबसे बड़ा है। मैं किसी निर्दोष को सिर्फ इसलिए नहीं फंसा सकता क्योंकि ऊपर बैठे साहबों को अपनी खाल बचानी है।”
वीडियो में उन्होंने कुछ फाइलों और दस्तावेज़ों की तरफ भी इशारा किया और दावा किया कि इनमें पूरन कुमार केस से जुड़ी अहम सच्चाई है, जिसे दबाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि पूरन कुमार की तरह ही उन्हें भी मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। उन्हें धमकियाँ मिल रही थीं कि अगर उन्होंने “निर्देशों” का पालन नहीं किया, तो उनका करियर और परिवार, दोनों बर्बाद कर दिए जाएंगे।
वीडियो का अंत दिल दहला देने वाला था। उन्होंने हाथ जोड़कर देश की न्याय व्यवस्था से अपील की, “मेरी मौत के बाद शायद इस वीडियो की सच्चाई पर कोई गौर करे। कृपया इस मामले की CBI जाँच करवाएं… ताकि पता चले कि इस सिस्टम में ईमानदार होना कितना बड़ा गुनाह है। मेरा परिवार… मेरे बच्चों का ख़याल रखना। जय हिंद।”
स्क्रीन काली हो गई।
कुछ ही घंटों के भीतर ये वीडियो #ASISandeepKumar और #IPSPuranKumarCase हैशटैग के साथ ट्रेंड करने लगा। जब तक मीडिया और पुलिस के आला अधिकारी कुछ समझ पाते, खबर आई कि ASI संदीप कुमार ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है।
उनकी मौत ने हरियाणा पुलिस के भीतर चल रहे एक बड़े तूफान को सतह पर ला दिया था। एक IPS अधिकारी की मौत के बाद अब एक ASI की आत्महत्या ने कई अनसुलझे सवाल खड़े कर दिए थे:
क्या संदीप कुमार सच कह रहे थे?
वो कौन से “वरिष्ठ अधिकारी” थे जो जाँच को प्रभावित करना चाहते थे?
क्या IPS पूरन कुमार और ASI संदीप कुमार की मौत की कड़ियाँ आपस में जुड़ी हुई हैं?
संदीप कुमार का वो आखिरी वीडियो अब महज़ एक वीडियो नहीं, बल्कि एक मरने वाले का बयान बन चुका था। एक ऐसा बयान, जो उस सिस्टम के चेहरे पर एक तमाचा था, जिस पर न्याय की रक्षा का ज़िम्मा है। उनकी शहादत ने एक बहस छेड़ दी थी—क्या यह एक आत्महत्या थी, या सिस्टम द्वारा की गई एक और हत्या? जवाब हरियाणा पुलिस के गहरे राज़ों में दफ़न था, जिसके बाहर आने का इंतज़ार अब पूरा देश कर रहा था।
