हिमाचल पंचायत चुनाव 2025: 3 करोड़ बैलेट पेपर छपने को तैयार, नवंबर अंत में बज सकता है चुनावी बिगुल!
हिमाचल पंचायत चुनाव 2025: 3 करोड़ बैलेट पेपर छपने को तैयार, नवंबर अंत में बज सकता है चुनावी बिगुल!
मुख्य बातें:
चुनावी तैयारी शुरू: राज्य निर्वाचन आयोग ने 3 करोड़ बैलेट पेपर छापने का ऑर्डर दिया।
मतदाताओं की संख्या: इस बार लगभग 57 लाख मतदाता डालेंगे वोट।
त्रिस्तरीय प्रणाली: एक वोटर प्रधान, उप-प्रधान समेत 5 पदों के लिए करेगा मतदान।
चुनाव का ऐलान: नवंबर के आखिरी सप्ताह में पंचायत चुनाव का शेड्यूल जारी होने की संभावना।
मतदान प्रक्रिया: इस बार भी EVM की जगह बैलेट पेपर से ही होगी वोटिंग।
शिमला: हिमाचल प्रदेश में साल के अंत में होने वाले लोकतंत्र के सबसे बड़े जमीनी उत्सव, यानी पंचायती राज चुनावों की तैयारियां शुरू हो गई हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनावी प्रक्रिया को गति देते हुए तीन करोड़ बैलेट पेपर छापने का काम राज्य के प्रिंटिंग एंड स्टेशनरी विभाग को सौंप दिया है। यह आंकड़ा पिछले चुनाव के मुकाबले 25 लाख अधिक है, जो चुनाव के वृहद स्तर को दर्शाता है।
क्यों छप रहे हैं 3 करोड़ बैलेट पेपर? समझिए गणित
हिमाचल में पंचायती राज व्यवस्था त्रिस्तरीय है, जिसके कारण एक मतदाता को एक साथ पांच पदों के लिए मतदान करना होता है। इसी गणित के चलते बैलेट पेपर की जरूरत कई गुना बढ़ जाती है। प्रत्येक मतदाता इन पदों के लिए वोट डालता है:
पंचायत प्रधान
उप-प्रधान
वार्ड मेंबर
पंचायत समिति सदस्य (BDC)
जिला परिषद सदस्य
इस बार के चुनाव में करीब 57 लाख वोटर होने का अनुमान है। इस हिसाब से प्रत्येक पद के लिए लगभग 60-60 लाख बैलेट पेपर छापे जाएंगे, जिससे कुल आंकड़ा तीन करोड़ पहुंच रहा है। साल 2020 के चुनाव में दो करोड़ 75 लाख बैलेट पेपर प्रिंट हुए थे।
कब होंगे चुनाव?
सूत्रों के अनुसार, राज्य निर्वाचन आयोग नवंबर के आखिरी सप्ताह में पंचायत चुनाव के विस्तृत कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है। बैलेट पेपर की छपाई का ऑर्डर इसी तैयारी का एक अहम हिस्सा है, ताकि समय पर चुनावी प्रक्रिया पूरी की जा सके।
कितने पदों पर होगा चुनाव?
इस बार प्रदेश में 3577 पंचायत प्रधान चुने जाएंगे। हालांकि, वार्डों के पुनर्निर्धारण के कारण कुछ पदों की संख्या में बदलाव हुआ है।
पंचायत समिति (BDC): पिछले चुनाव में 1696 सदस्य चुने गए थे, लेकिन इस बार कुछ वार्ड कम हुए हैं।
जिला परिषद: 2020 में 249 सदस्य निर्वाचित हुए थे, इस बार वार्डों की संख्या बढ़ सकती है।
वार्ड मेंबर: पिछले चुनाव में चुने गए 21,403 वार्ड मेंबरों की संख्या में भी इस बार कमी आएगी।
निर्वाचन आयोग के अनुसार, अगले डेढ़ से दो सप्ताह के भीतर वार्ड मेंबर, बीडीसी और जिला परिषद सदस्यों की अंतिम संख्या स्पष्ट हो जाएगी। प्रदेश में इस बार भी चुनाव पारंपरिक बैलेट पेपर के माध्यम से ही संपन्न कराए जाएंगे।